प्रश्न 1 से 25 तक के प्रश्नों के उत्तर के लिए क्लिक करे
प्रशन 26:-- बक्सर युद्ध के कारण महत्व एवं परिणामों का परीक्षण करें।
उत्तर:-- भारतीय इतिहास में बक्सर युद्ध एक निर्णायक युद्ध साबित हुआ था। जिसमें अंग्रेज पूरी तरह से उलझ गए थे।
बक्सर युद्ध के मुख्य कारण मीर कासिम थे जो एक योग्य और कुशल शासक थे, उन्हें अंग्रेजों का हस्तक्षेप पसंद नहीं था और बिना बाप के रूप में शासन करना चाहते थे मीर कासिम ने अंग्रेजों से संधि करनी चाहि किंतु वह असफल रहे। अंग्रेजों ने पटना पर अआक्रमण कर दिया जिस से गुस्सा होकर मीर कासिम ने पटना में अंग्रेज का बध करवा दिया परंतु वह अंतत: अंग्रेजों से हार गया ।
प्रशन 27:-- 1857 ईसवी के विद्रोह के कारणों का वर्णन करें।
उत्तर:-- 1857 ईसवी के विद्रोह के कारणों का वर्णन निम्नलिखित है---
1. राजनीतिक कारण:-- अंग्रेज ने नाना साहब की पेंशन बंद कर दी, सातारा तथा नागपुर को अपने बस में कर लिया और जमींदार एवं सरदार की भूमि छीन ली तथा झांसी की रानी को पुत्र ना लेने दिया इन सभी कारणों से अंग्रेज के खिलाफ थे।
2. आर्थिक कारण:-- भारतीये अपने कपड़ा उद्योग में काफी उन्नति की इंग्लैंड का ऐसा कोई घर ना था जिसमें भारतीय कपड़ा ना हो, परंतु ब्रिटेन या अंग्रेज कपड़ा सस्ता बेचने लगा जिससे उसका माल अधिक बिकने लगा और भारतीय माल तप्प हो गए। भारतीये कारीगरों की रोजी छीन ली गई इसलिए भारतीय कारीगर अंग्रेज के विरुद्ध हो गए।
3. सामाजिक धार्मिक कारण:-- अंग्रेज भारत वासियों को लालच देकर उन्हें इसाई बना रहे थे। अंग्रेजी शिक्षा के प्रसार के कारण उन्हें विश्वास हो गया कि अंग्रेज अवश्य हम लोगों को इसाई बनाना चाहता है।यह धर्म परिवर्तन 1950 ईस्वी में लागू हुआ।
4. सैनिक कारण:-- 1856 ईसवी में एक ऐसा कानून पास किया जिसके अनुसार भारतीय सैनिकों को समुंदर पार भेजा जा सकता था, परंतु हिंदू सैनिक इसे धर्म के विरुद्ध समझते थे इस कारण सैनिक अंग्रेज के विरुद्ध थे।
5. तत्कालीन कारण:-- सैनिकों ने नए कास्तूस प्रयोग करने से इनकार किया क्योंकि कास्तुस पर सूअर बघायची चर्बी लगी थी।
अतः सैनिक मुगल पांडे ने क्रोध में आकर एक अंग्रेज की हत्या कर दी जिससे उन्हें फांसी हो गई इस घटना से सैनिक अंग्रेज के विरुद्ध हो गए।
Bihar Board Class XII History Exam 2022
प्रशन 28:-- 1857 की विद्रोह की प्रमुख उपलब्धियों का वर्णन कीजिए।
या:-- 1857 की क्रांति के प्रभाव परिणाम और महत्व पर प्रकाश डालें।
उत्तर:-- 1857 के विद्रोह के नियम परिणाम है---
1. हिंदू मुस्लिम एकता:--इस आंदोलन के संघर्ष के दौरान हिंदू मुस्लिम मिलकर अंग्रेज का विरोध किए।जिसके परिणाम स्वरूप दोनों धर्म में एकता का प्रभाव पड़ा।
2. देशभक्ति की भावना का प्रसार:-- इस आंदोलन के दौरान भारतीय जनता के दिमाग में एक ऐसी छाप छोरी कि वे क्षेत्रीय भावनाओं से उठकर धीरे-धीरे राष्ट्र के बारे में एक सच्चे नागरिक की तरह सोचने लगे।
3. देसी राजाओं को राहत:--अंग्रेज सरकार ने देसी राजाओं को यह विश्वास दिलाया कि उसे गुलाम नहीं बल्कि राजाओं का अस्तित्व स्वतंत्र बनाए रखेगा ।जिससे अनेक शासक ने राहत की सांस ली।
4. भारतीयों को सरकारी नौकरी की घोषणा:-- अंग्रेजों ने यह घोषणा किया कि भारतीयों को सरकारी नौकरी दि जाएगी और भारतीयों के साथ जाति एवं रंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा।
प्रशन 29:-- 1857 की क्रांति के असफलता के क्या कारण थे?
उत्तर:-- 1857 की क्रांति के असफलता के निम्न कारण थे----
1. योग्य नेतृत्व का अभाव:-- क्रांति के नेता बहादुर शाह जफर अत्यंत वृद्ध थे। नाना साहब, रानी लक्ष्मीबाई, वख्तवली, बेगम हजरत महल आदि क्षेत्रीय नेता थे सभी नेताओं को एक साथ करने की कोशिश की परंतु तब तक देर हो चुकी थी जिससे यह क्रांति असफल रही।
2. समय से पूर्व:-- 31 मई 1857 को विद्रोह की तिथि तय की गई थी, परंतु समय से पहले 10 मई को ही शुरू हो गया मेलसन में लिखा है कि यदि विद्रोह निर्धारित योजना अनुसार एक साथ होता तो अंग्रेज के सामने संकट खड़ी हो जाती।
3. देशी राजाओं का अंग्रेज को सहयोग :-- राजस्थान, मैसूर, महाराष्ट्र, पूर्वी बंगाल, हैदराबाद, गुजरात आदि में शासकों ने विद्रोह फैलने नहीं दिया। अतः यह क्रांति असफल हो गया।
4. विद्रोह के क्षेत्र का सीमित होना:-- यह विद्रोह भारत के कुछ भागों तक सीमित रहा जिससे यह क्रांति और सफल रही।
5. भारतीयों की तुलना में अंग्रेजों के पास योग्य सेनापति:-- अंग्रेजों के पास अधिकांश सेनापति थे एवं युद्ध करने के लिए शास्त्र थे, परंतु भारतीयों के पास सेनापति एवं शास्त्र की कम व्यवस्था थी।
6. गोरखा व सिक्खों द्वारा अंग्रेजों को मदद:--गोरखा और सिक्खों को लोगों ने अंग्रेजों की मदद की इन सभी कारणों से यह क्रांति असफल रही।
BSESB Inter 2nd Year History Examination Question
प्रशन 30:-- असहयोग आंदोलन की प्रकृति एवं परिणामों का वर्णन करें।
उत्तर:--गांधी जी ने (1920)ई० में असहयोग आंदोलन शुरू किया इस के निम्न कारण थे---
1. रौलट एक्ट:-- प्रथम विश्व युद्ध के बाद रौलट एक्ट पास किया गया। इसके तहत भारतीयों को सिर्फ संदेह के आधार पर बंदी बना कर ले जा सकती है, बिना सबूत के आधार पर ले जा सकती है ।इस एक्ट में ना अपील न वकील की जरूरत होती है इसलिए महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन शुरू किया।
2. जालियांवाला बाग की दुर्घटना:-- रौलट एक्ट का विरोध करने के लिए अमृतसर ने जालियांवाला बाग के स्थान पर एक जनसभा बुलाई गई। जनरल डायर ने लिखा है कि इस सभा में जितने भी लोग थे उन पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गई भयंकर हत्याकांड हुआ ।महात्मा गांधी ने इस घटना से दुखी होकर असहयोग आंदोलन शुरू किया।
3. खिलाफत आंदोलन:-- तुर्की एवं सुल्तान विश्व में सारे मुसलमानों को खलीफा माना जाता था। अंग्रेज ने तुर्की के खलीफा का राज्य छीन लिया, भारतीय मुसलमान इस अपमान को सहन न कर सके और महात्मा गांधी के साथ मिलकर असहयोग आंदोलन शुरू किया।
1920 ई० में कांग्रेस का विशेष अधिवेशन हुआ। इसमें सरकारी स्कूलों, सरकारी हॉस्पिटलों, सरकारी वकीलों, सरकारी उपाधियों, अदालतों तथा धारा सभाओं के बहिष्कार का प्रस्ताव रखा।
** भारतीयों द्वारा सरकारी कार्यों का बहिष्कार---
(1) अनेक वकीलों ने अपनी वकालत छोड़ दी।
(2) कांग्रेस चुनाव में कोई भी साथ या हिस्सा नहीं लिया ।
(3) अधिकांश जनता मतदान नहीं किया।
(4) विदेशी कपड़ों तथा अन्य वस्तुओं को उसी जगह पर जला दिया गया।
(5) हजारों व्यक्तियों ने रायबहादुर जैसी उपाधियां लौटा दी।
(6) महात्मा गांधी ने गवर्नर जनरल द्वारा मिला केसर- ए- हिंद की उपाधि लौटा दी ।
(7) विद्यार्थीयों ने कक्षाओ का बहिष्कार किया।
प्रशन 31:-- भारत छोड़ो आंदोलन के कारण तथा परिणामों का वर्णन करें।
उत्तर:--भारत छोड़ो आंदोलन के कारण परिणाम निम्नलिखित हैं---
*भारत छोड़ो आंदोलन के कारण--- भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त 1942 ई० को आरंभ हुआ। इसके आरंभ होने का यह कारण था कि दूसरे महायुद्ध में जापान ने बर्मा पर अधिकार कर लिया था, क्योंकि जापानी का दुश्मन अंग्रेज था इसलिए भारत वासियों को लगा कि जपान अंग्रेजों को हानि पहुंचाने के लिए भारत पर भी आक्रमण करेगा। इस समय कांग्रेस ने गांधी जी के नेतृत्व में भारत छोड़ो प्रस्ताव पास किया। यह आंदोलन इसलिए चलाया गया था कि महात्मा गांधी तथा अन्य तथा अन्य नेताओं का यह विचार था कि अंग्रेज भारत छोड़ जाए तो जापान भारत पर आक्रमण नहीं करेगा।
* भारत छोड़ो आंदोलन का आरंभ:--9 अगस्त 1942 ईस्वी को यह आंदोलन आरंभ किया गया । उन्होंने अंग्रेज को भारत छोड़ देने के लिए ललकारा सारा देश “भारत छोड़ो” के नारे लगा रहे थे। अंग्रेज ने इस आंदोलन को दबाने के लिए बड़ी कठोरता से काम लिया । प्रस्ताव पास होने के दूसरे दिन ही सारे नेता बंदी बना लिए गए ,जनता भी भड़क उठी लोगों ने सरकारी दफ्तरों, रेलवे, स्टेशनों तथा डाकघर को लूटना तथा जलाना आरंभ कर दिया अनगिनत लोगों को जेल में डाल दिया गया सारा देश जेलखाना जैसा दिख रहा था ।फरवरी 1943 ईस्वी तक यह आंदोलन चला और धीरे-धीरे समाप्त हो गया ।
*भारत छोड़ो आंदोलन का महत्व परिणाम:-- भारत छोड़ो आंदोलन के कारण ब्रिटिश सरकार ने ये पूरी तरह समझ गई कि भारतीय जनता अंग्रेजी शासन से मुक्ति पाना चाहती है, और यह आजाद होकर रहेगी ।अतः आंदोलन की समाप्ति के 3 वर्ष बाद भारत को स्वतंत्र करना पड़ा।
ये भी पढ़े ...
Class 12th Political Science :- Click Here
Class 12th History :- Click Here
Class 12th Sociology :- Click Here
Join Whatsapp Group :- Click Here
Class 10th Biology :- Click Here
Class 10th Physics :- Click Here
Class 10th Chemistry :- Click Here
Class 10th Social Science :- Click Here
Class 9th Biology :- Click Here
Class 10th Chemistry Chapter 1 Question and Answer
Class 10th Chemistry Chapter 2 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Chemistry Chapter 2 लघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 8 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 7 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 7 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 6 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 6 लघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 5 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 5 लघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 5 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 3 लघु उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 3 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 2 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Biology Chapter 1 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
Class 10th Political Science Chapter 2 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
Hello My Dear, ये पोस्ट आपको कैसा लगा कृपया अवश्य बताइए और साथ में आपको क्या चाहिए वो बताइए ताकि मैं आपके लिए कुछ कर सकूँ धन्यवाद |