लघु उत्तरीय प्रश्न
1. निम्नलिखित में कौन-से अम्ल पाए जाते है ?
निम्बू रस, इमली, सिरका, विटामिन C की गोली, खट्टा दूध |
उत्तर :-
पदार्थ |
उपस्थित अम्ल |
निम्बू |
सिट्रिक अम्ल |
इमली |
टार्टारिक अम्ल |
सिरका |
एसीटिक अम्ल |
विटामिन C की गोली |
एस्कार्बिक अम्ल |
खट्टा दूध |
लैटिक अम्ल |
2. निम्नलिखित अम्लो के आण्विक सूत्र लिखें |
सल्फ्यूरिक अम्ल, नाइट्रिक अम्ल, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल, फास्फोरस अम्ल तथा कार्बोनिक अम्ल |
उत्तर :-
अम्ल |
आण्विक सूत्र
|
सल्फ्यूरिक अम्ल |
H2SO4 |
नाइट्रिक अम्ल |
HNO3 |
हाइड्रोक्लोरिक अम्ल |
HCI |
फास्फोरस अम्ल |
H3PO4 |
कार्बोनिक अम्ल |
H2CO3 |
3. क्या होता है जब
(i) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया जस्ता से होती है |
उत्तर :- जब तनु सल्फ्यूरिक अम्ल को जस्ता से अभिक्रिया कराया जाता है तो जिंक सल्फेट या लवण तथा हाइड्रोजन गैस बनता है |
Zn + H2SO4 → ZnSO4 + H2↑
जिंक सल्फ्यूरिक अम्ल जिंक सल्फेट
(ii) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की अभिक्रिया मैग्नीशियम से होती है |
उत्तर :- जब तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल को मैग्नीशियम से अभिक्रिया कराया जाता है तो मैग्नीशियम क्लोराइड का लवण तथा हाइड्रोजन गैस बनता है |
Mg + 2HCI → MgCI2 + H2↑
मैग्नीशियम हाइड्रोक्लोरिक अम्ल मैग्नीशियम क्लोराइड
(iii) तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया एल्युमिनियम के साथ होती है |
उत्तर :- जब तनु सल्फ्यूरिक अम्ल की अभिक्रिया एल्युमिनियम के साथ कराया जाता है तब एल्युमिनियम सल्फेट का लवण के रूप में प्राप्त होता है तथा हाइड्रोजन गैसे निकलता है |
2AI + 3H2SO4 → AI2(SO4)3 + 3H2↑
एल्युमिनियम सल्फ्यूरिक अम्ल एल्युमिनियम सल्फ्यूरिक
(iv) तनु हाइड्रोक्लोरिक अम्ल की अभिक्रिया लोहा से होती है |
उत्तर :- जब लोहा को तनु सल्फ्यूरिक अम्ल से अभिक्रिया कराया जाता है तो फेरस सल्फेट लवण तथा हाइड्रोजन गैस मुक्त होता है |
2Fe + H2SO4 → Fe2SO4 + H2↑
सल्फ्यूरिक अम्ल फेरस सल्फेट
4. एसिटिक अम्ल एक दुर्बल अम्ल है तथा अमोनिया एक दुर्बल भस्म है | यहाँ दुर्बल शब्द का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर :- वैसे अम्ल जो जल में घुलकर सिर्फ आंशिक रूप में हो आयानित होते है | दुर्बल अम्ल कहलाते है | जबकि वे भस्म जो जलीय विलयन में सिर्फ अंशत आयनित होकर कम मात्रा में हाइड्रोक्साइड आयन ( OH- ) प्रदान करते है दुर्बल भस्म या क्षार कहलाते है | दुर्बल अम्ल आंशिक रूप से आयनित होने के कारण इनके जलीय विलयन में H+ आयनों की संख्या अपेक्षाकृत कम होती है | इस कारण इसकी विद्युत चालकता कम होती है |
5. (i) प्रबल अम्ल तथा सान्द्र अम्ल में भेद बताएं |
उत्तर :- प्रबल अम्ल :- अम्ल जो घुलकर लगभग पूर्णत आयनित होकर हाइड्रोजन आयन ( OH- ) प्रदान करते है, प्रबल अम्ल कहलाते है |
संदर अम्ल :- जब विलयन में अम्ल की मात्रा अधिक होती है तो उसे सान्द्र अम्ल या विलयन कहते है |
प्रबल अम्ल तथा सान्द्र अम्ल में भेद :-
|
प्रबल अम्ल |
सान्द्र अम्ल |
(i) |
वे अम्ल जो घुलकर लगभग पूर्णत आयनित होकर हाइड्रोजन आयन ( OH- ) प्रदान करते है, प्रबल अम्ल कहलाते है | |
जब विलयन में अम्ल की मात्रा अधिक होती है तो उसे सान्द्र अम्ल या
विलयन कहते है
| |
(ii) |
इनके जलीय विलयन में H+ आयनों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक होती है | |
इस विलयन में जल की मात्रा कम-से-कम कम होती
है | |
(iii) |
HCI, HNO3, H2SO4 प्रबल अम्ल है | |
सान्द्र H2SO4 त्वचा को जला देते
है, सान्द्र H2SO4, सान्द्र HNO
तथा सान्द्र CH3COOH में जल नहीं होता है | |
(ii) प्रबल भस्म तथा दुर्बल भस्म में भेद बताएं |
उत्तर :-
|
प्रबल भस्म |
सान्द्र भस्म |
(i) |
वे भस्म जो जलीय विलयन में सिर्फ
अंशत आयनित होकर कम मात्रा में हाइड्रोक्साइड आयन OH- प्रदान करते है,
दुर्बल भस्म या क्षार कहलाते है | |
वे भस्म जो जलीय विलयन में लगभग पूर्णत आयनित
होकर काफी मात्रा में हाइड्रोक्साइड आयन OH- प्रदान करते है | |
(ii) |
NH4OH, [Ca(OH)2],
[Mg(OH)2] दुर्बल भस्म है | |
NaOH, KOH प्रबल भस्म है | |
|
6. कार्बोनेट का उदासीनीकरण आक्साइड तथा हाइड्राक्साइड के उदासीनीकरण
से भिन्न कैसे होता है ?
उत्तर
:- अम्ल एवं क्षारक की अभिक्रिया के परिणामस्वरूप लवण तथा जल प्राप्त होते है तथा इसे
उदासीनीकरण अभिक्रिया कहते है | उदासीनीकरण
अभिक्रिया को इस प्रकार लिख सकते है -
सोडियम हाइड्रोजन कार्बोनेट गर्म करने पर सोडियम कार्बोनेट, कार्बन डाईआक्साइड और जल में विघटित हो जाएगा| ये अम्लीय प्रकृति के होते है |
क्षारक एवं अम्ल की अभिक्रिया के समान ही धात्विक आक्साइड अम्ल के साथ अभिक्रिया करके लवण एवं जल प्रदान करते है| धातु आक्साइड और क्षारीय आक्साइड भी कहते है |
कैल्सियम हाइड्राक्साइड जो एक क्षारक है, कार्बन डाईआक्साइड के साथ अभिक्रिया करके लवण एवं जल का निर्माण करता है | चूँकि यह क्षारक एवं अम्ल के बीच होनेवाली अभिक्रिया के समान है | हम यह निष्कर्ष निकाल सकते है की अधात्विक आक्साइड अम्लीय प्रकृति के होते है | इस प्रकार उपरोक्त कथनों से यह स्पस्ट होता है की कार्बोनेट का उदासीनीकरण आक्साइड तथा हाइड्राक्साइड के उदासीनीकरण से भिन्न होता है |
7. pH प्रतिक में p तथा H क्या संकेत करते अहि ? pH-स्केल क्या सूचित करते है ?
उत्तर :- साधारण सूचक द्वारा अम्ल तथा भस्म की पहचान तो हो जा सकती है, लेकिन यह कदापि नहीं कहा जा सकता है की अम्ल या भस्म कितना प्रबल है | अम्ल की शक्ति उसके H+ आयन प्रदान करने की क्षमता पर निर्भर करती है | किसी विलयन की अम्लीय शक्ति उसमे उपस्थित H+ आयन पर निर्भर करती है| किसी विलयन मे H+ आयन सांद्रण के निर्धारण के लिए सौरेंसन (1909) ने एक स्केल दिया जिसे pH स्केल कहा जाता है |
pH स्केल से स्पस्ट है की उदासीन विलयन का pH मान 7 के बराबर, अम्लीय विलयन का pH मान 7 से अधिक होता है, उदाहरण pH मान 1 उच्च अम्लीयता को दर्शाता है, pH मान 3 उसमे कम अम्लीयता को तथा pH का मान 6 बहुत कम अम्लीयता को दर्शाता है| pH का मान 7 से अधिक विलयन की क्षारीयता को दर्शाता है |
pH प्रतिक ( Symbol ) में p की व्युत्पत्ति शब्द portenz से हुई है जिसका अर्थ शक्ति होता है | इस प्रकार pH का मान विलयन में हाइड्रोजन आयन की शक्ति को निरुपित करता है | किसी विलयन के pH का मान उसमे उपस्थित H+ आयनों की सांद्रता के लघुगणक का ऋणात्मक मान है |
8. पाँच विलायानो A, B, C, D तथा E को युनिवर्सल सूचक द्वारा जाँच करने पर इन विलायानो का pH क्रमशः 3, 1, 12, 7 तथा 9 पाया गया | इनमे कौन विलयन
(i) उदासीन है ?, (ii) प्रबल क्षारीय है ?, (iii) प्रबल अम्लीय है?, (iv) दुर्बल अम्लीय है?, (v) दुर्बल क्षारीय है ?
उत्तर :- A=3, B=1, C=12, D=7, E=9
(i) D विलयन उदासीन है
(ii) C विलयन प्रबल क्षारीय है |
(iii) B विलयन प्रबल अम्लीय है |
(iv) A विलयन दुर्बल अम्लीय है |
(v) E विलयन दुर्बल क्षारीय है |
9. तीन अम्लीय विलयन x, y, z का pH मान क्रमशः 0, 3, तथा 5 है
(i) किस विलयन में हाइड्रोजन आयन सर्वाधिक होगा ?
(ii) किस विलयन में हाइड्रोजन आयन सबसे कम होगा ?
उत्तर :- x = 0, y = 3, z = 5
(i) विलयन z का pH मान 0 है, विलयन y का pH मन 3 है तथा विलयन z का pH मान 5 है, इसलिए विलयन x का H+ सांद्रण 1 x 10-0 M है, विलयन y की H+ सांद्रता 1 x 10-3 है तथा विलयन z की H+ 1 X 10-5 है, विलयन x की हाइड्रोजन आयन सांद्रता विलयन y और z की अपेक्षा सर्वाधिक होगा |
(ii) चूँकि विलयन x की
H+ सांद्रता 1 x 10-x M है, विलयन y की H+
सांद्रता 1 X 10-3 है तथा विलयन y की H+सांद्रता 1 x 10-5
है| इसलिए विलयन z की हाइड्रोजन आयन सांद्रता बिलयन x और y की अपेक्षा सबसे कम
होगा |
10. अच्छे फसल के लिए मिट्टी का pH मान 5.5-7.0 होना चाहिए | किसान मिट्टी में चुना क्यों मिलाते है ?समझाएँ |
उत्तर :- अच्छे फसल के लिए मिट्टी का pH मान 5.5-7.0 होना चाहिए | मिट्टी का pH मान 5.5 से कम हो जाने पर उसमे अम्लीयता का गुण आ जाता है जो फसलों के लिए हानिकारक होता है |किसान मिट्टी में चुना मिलाते है ताकि उसकी अम्लीयता कम हो जाए और वह उर्वरक बन जाए |
11. अम्ल पित्त का pH मान 1 से 3 के बीच होता है, तो बताएँ
(i) अम्ल पित्त अम्लीय है या क्षारीय ?
उत्तर :- अम्ल पिट्ट अम्लीय होता है |
(ii) अम्ल पित्त का pH मान 1 से 3 के बीछ किस पदार्थ के कारण होता है ?
उत्तर :- हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के कारण |
12. अग्निशामक यंत्र द्वारा आग बुझाने की क्रिया को रासायनिक अभिक्रिया द्वारा समझाएँ |
उत्तर :- अग्निशामक यंत्र में NaHCO3 तथा H2SO4 रहते है | यंत्र की घुंडी पर दाब डालने पर NaHCO3 एवं H2SO4 परस्पर संपर्क में आकर CO2 गैस बनाते है |
2NaHCO3
+ H2SO4 → Na2SO4 + 2H2O
+ 2CO2↑
CO2 गैस तेजी से बाहर निकलकर आग को बुझा देती है |
13. उत्फुल्लन से क्या समझते है ? उत्फुल्लन प्रदर्शित करने वाले किसी यौगिक का नाम लिखे| एक अभिक्रिया देकर इसे समझाएँ |
उत्तर :- किसी जलयोजित लवण को वायु में खुला रखने पर उसमे से क्रिस्टल जल में मुक्त होकर वायुमंडल में चले जाने की प्रक्रिया को उत्फुल्लन कहते है |
वाशिंग सोडा से क्रिस्टल उत्फुल्लन की प्रक्रिया दर्शाते है |
14. किसी विलयन में H आयनों को सांद्रण 10-5 है तो pH मान ज्ञात करें और विलयन की प्रकृति बताएँ |
उत्तर :-
15. यौगिक के संबंध उनके उपयोग से स्थापित करें |
(i) सोडियम कार्बोनेट (क) साँचे बनाने के लिए
(ii) सोडियम बाइकार्बोनेट (ख) कपडे साफ करने के लिए
(iii) प्लास्टर आप पेरिस (ग) बेंकिंग पाउडर बनाने के लिए
उत्तर :-
(i) सोडियम कार्बोनेट |
(ख) कपडे साफ करने के लिए |
(ii) सोडियम बाइकार्बोनेट |
(ग) बेंकिंग पाउडर बनाने के लिए |
(iii) प्लास्टर आप पेरिस |
(क) साँचे बनाने के लिए |
16. (i) सोडियम
हाइड्रोजन कार्बोनेट को गरम करने पर प्राप्त उत्पादों के नाम लिखें |
उत्तर :- सोडियम
हाइड्रोजन कार्बोनेट ( NaHCO3 ) को गरम करने पर सोडियम कार्बोनेट (Na2CO3
) तथा कार्बन हाइड्राक्साइड गैस (CO2 ) मुक्त होती है |
(ii) उपर्युक्त में
निहित अभिक्रिया से संबंधित रासायनिक समीकरण लिखें |
उत्तर :- 2HaHCO3 → Na2CO3 + H2O + CO2↑
सोडियम बाईकार्बोनेट सोडियम कार्बोनेट जल कार्बन डाईआक्साइड
ये भी देखे :
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न :- https://www.bharatibhawan.org/2021/04/class-10th-bharati-bhawan-chemistry.html
4 Comments
Thank u so much
ReplyDeletebest notes Class 10th notes in hindi
ReplyDeletePls.give me very long answer.of.chemistry ch 2
ReplyDeleteChemistry ka complete answer nhi h
ReplyDeleteChapter 3,4,5