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Bihar Board Class 10th Examination 2023 | Most VVI Question in Non-Hindi Book | दीदी की डायरी, पीपल, दीनबंधु निराला, खुशबू रचते है हाथ

Bihar Board Class 10th Examination 2023  Most VVI Question in Non-Hindi Book  दीदी की डायरी, पीपल, दीनबंधु निराला, खुशबू रचते है हाथ

  दीदी की डायरी  

डायरी
1. 'सत्य के प्रयोग' पुस्तक के रचयिता कौन हैं ? 
उत्तर –' सत्य के प्रयोग' पुस्तक के रचयिता महात्मा गाँधीजी हैं। दर असल यह उनकी प्रसिद्ध डायरी है।
2. 'डायरी' लिखना हमारे लिए क्यों जरूरी है
उत्तर - डायरी लिखना भी एक कला है । हर महापुरुष डायरी लिखते थे। डायरी लिखने से जीवन का अनुभव एकत्र होता है। इससे संयम और अनुशासन लिखने से जीवन का अनुभव एकत्र होता है। हमारे अनुभव पढ़कर दूसरे कुछ नयी बातें सीखते हैं।
3. लिखने की प्रेरणा किससे मिली? 
उत्तर - संजू को डायरी लिखने की प्रेरणा बापू के 'सत्य के प्रयोग' को पढ़कर मिली। इस काम में उसके माता-पिता ने भी भरपूर सहयोग दिया। 
4. 4 जनवरी, 1997 को संजू ने अपनी डायरी में क्या लिखा?
उत्तर - तोतोचान एक मनमौजी लड़की थी जिसे अपनी शरारत के कारण कई स्कूल बदलने पड़े, लेकिन रेल के छः डिब्बों में चल रहे स्कूल ने उस लड़की का जीवन बदल दिया। मुझे यह कहानी बहुत अच्छी लगी। सोचती हूँ-क्या हमें भी पढ़ने की ऐसी आजादी मिल सकती है? 
5. संजू ने 3 फरवरी, 97 को अपनी डायरी में क्या लिखा?
उत्तर- संजू 3 फरवरी, 97 को अपनी डायरी में पिकनिक के बारे में लिखा । जिस पिकनिक में वह गयी वह स्थान बहुत सुंदर था। हरे भरे वृक्षों से भरा हुआ था। लबालब पानी से भरा एक तालाब था। पक्षियों की चहचहाहट थी ।

  पीपल  

कविता - गोपाल सिंह नेपाली
1. वन्यप्रांत के सौंदर्य का वर्णन कीजिए।
उत्तर - धरती का यह वन्य प्रांत दूर, अलग, एकांत और शांत है। वहाँ शाल, बाँस के पेड़ खड़े हैं, उसके नीचे जानवर घास चरते हैं। आस-पास निर्झर, सरिता की सुंदरता अवर्णनीय है । वन्य प्रांत प्राकृतिक सौन्दर्य से लैस हैं, जहाँ शांति और एकांत वातावरण रहता है ।
2. वन्य प्रांत के संध्या का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।  
उत्तर - वन्य प्रांत की संध्या बहुत सुहावनी होती है। जब शाम के समय सूरज ! अस्ताचल को जाता है तब सारा वन्य प्रदेश शांत हो उठता है। सभी वन्य पशु-पक्षी और गिलहरियाँ घोंसले में आराम करते हैं। धीरे-धीरे संध्या सघन होती है और सबकी आँखों में नींद उतर जाती है। 
3. पीपल के पेड़ हमारे लिए किस प्रकार उपयोगी है? 
उत्तर - पीपल के पेड़ हमारे लिए बहुत उपयोगी हैं। यहाँ थके पंथियों को शांति, शीतलता मिलती और प्यास बुझती है। पीपल के नीचे उन्हें अनायास नींद आ जाती है। यह उनका विश्राम स्थल है।

 
  दीनबंध 'निराला'  

निबंध - आचार्य शिवपूजन सहाय
1. महाप्राण निराला कब अधीर हो उठते थे? 
उत्तर – निराला जब जरूरतमंदों को कुछ मदद न कर पाते, वैसी स्थिति में वे अधीर हो उठते थे। निराला को अपनी आवश्यकताओं की तनिक चिंता नहीं होती थी, लेकिन जब दूसरे याचक की जरूरत नहीं पूरी होती थी, तब वे काफी अधीर हो उठते थे।
2. निराला संबंधी बातें लोगों को अतिरंजित क्यों जान पड़ती हैं ? 
उत्तर – निराला याचकों के लिए तो कल्पतरू थे। वे मित्रों के लिए मुक्तहस्त दोस्त-परस्त थे। यही कारण है कि बहुत से लोगों को निराला संबंधी ये बातें अतिरंजित जान पड़ती थी । निराला खुद मामूली कपड़ों से गुज़र करके गरीबों को अपने नये कपड़े उढ़ा देते थे। वे भूखे को देखते ही अपने आगे परोसी थाली उसके सामने रख देते थे। उनका यह आचरण लोगों के विश्वास से परे लगता था।' 
3. निराला के मनहर व्यक्तित्व का अपने शब्दों में वर्णन करें।
उत्तर – निराला का व्यक्तित्व बहुत आकर्षक था। आकर्षक रूप, लम्बे-तगड़े, डील-डौल शरीर, सुगठित स्वास्थ्य, विलक्षण मेधाशक्ति, ललित मनहर कंठ, दयार्द्र हृदय, चिंतनशील मस्तिष्क, उद्भावना शक्ति संपन्न बुद्धि - ये सब उनकी भगवद् विभूतियाँ थीं। उनका बाहरी शरीर और आंतरिक मेधा विलक्षण थी।

  खेमा  

कहानी
1. खेमा द्वारा चप्पल की माँग करने पर कसारा ने बेरूखी क्यों दिखाई? 
उत्तर - खेमा द्वारा चप्पल की माँग करने पर कसारा बेरूखी दिखाता है क्योंकि' चप्पल खरीदने की बात पर उसे गुस्सा आ जाता है। वह उसके ऊपर खर्च नहीं करना चाहता था। कसारा खेमा को अपने चाय दुकान पर काम करने के लिए खरीदा था। 
2. खेमा कसारा के होटल पर काम क्यों करता था ? 
उत्तर – गरीबी के कारण खेमा के पिता अपने बच्चों का भरण-पोषण करने में सक्षम नहीं थे। इस कारण से खेमा को बेच दिया था। इसलिए खेमा कसारा के होटल पर बाल श्रमिक के रूप में काम करता था। 
3. 'खेमा' शीर्षक कहानी में जब लेखक ने खेमा के पिता से कहा कि वे खेमा को अपने साथ ले जाकर पढ़ाना चाहते हैं तब उसकी आँखें भर क्यों आई? 
उत्तर- जब लेखक ने खेमा के पिता से कहा कि वे खेमा को अपने साथ ले जाकर पढ़ाना चाहते हैं तब उसकी आँखें भर आई क्योंकि उसके मन में अपने बच्चे के प्रति अनुराग उमड़ पड़ा था।
4. खेमा द्वारा चंप्पल की माँग करने पर कसारा ने क्या जवाब दिया ?
उत्तर – खेमा के द्वारा चप्पल की माँग करने पर कसारा क्रोधित हो उठा और निर्ममतापूर्वक कहा – “ अभी रख दूँगा चप्पलें सिर पर, चल अपना काम कर, बड़ा आया चप्पलें पहनने वाला । " 5. किन परिस्थितियों में खेमा के पिता ने उसे बेच दिया था?
उत्तर- खेमा के पिता की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी। उसके माता-पिता अपने बच्चों का भरण-पोषण करने में असमर्थ थे। उसके माता-पिता ने चार बेटों की तरह इसे भी बेच दिया था।
6. अपने पैरों पर पानी गिराने से खेमा को तसल्ली क्यों मिलती थी ? 
उत्तर - अपने पैरों पर पानी गिराने से उसके जलते पैरों को क्षणिक तसल्ली मिलती थी।
7. किस बात पर खेमा के पिता की आँखों में आँसू भर आए? 
उत्तर- जब लेखक ने खेमा के पिता से कहा कि वे खेमा को अपने साथ ले ! जाकर पढ़ाना चाहते हैं, तब उसकी आँखों में आँसू भर आए ।

  खुशबू रचते हैं हाथ  

कविता- अरुण कमल
1. 'खुशबू रचते हैं हाथ से क्या तात्पर्य है?
उत्तर- खुशबू रचते हैं हाथ' से कवि का अभिप्राय है कि जो मशहूर दुनिया को खुशबू बाँटते हैं, वे स्वयं बदबूदार स्लम एरिया में रहने के लिए बाध्य है। यह कामकाजी मजदूरों की आर्थिक विडम्बना है।
2. खुशबू रचने वाले हाथ कैसी परिस्थितियों में रह रहे हैं? 
उत्तर- खुशबू रचने वाले हाथ दूसरे को स्वस्थ वातावरण में जीने का अवसर प्रदान करते हैं, समाज में खुशबू फैलाने का कार्य करते हैं लेकिन उनकी ही जिंदगी नरक बनी हुई है। वे आर्थिक तंगी और गरीबी की भयावह परिस्थितियों में रह रहे हैं। वे कई गलियों के बीच, नालों के पार, कूड़े-करकट और बदबूदार टोले के अन्दर हैं। रहने के लिए मजबूर
3. 'खुशबू रचते हैं हाथ' से क्या तात्पर्य है? 
उत्तर – 'खुशबू रचते हैं हाथ' से तात्पर्य है तात्पर्य है खुबसूरत और खुशबूदार बनाने वाले हाथ दलित मजदूरों से वे अपने वंचित हाथों से सृष्टि का श्रृंगार करते हैं लेकिन खुद बदबूदार जगहों पर रहते हैं। खुशबू रचने वाले हाथ दूसरों के लिए स्वच्छ और सुगंधित वातावरण का निर्माण करते हैं पर अपना जिंदगी नरक में बिताते हैं। कवि सक्रिय श्रम की गरिमा का उद्घाटन करती है।
4. खुशबू रचने में किन-किन प्रकार के हाथ लगे हुए हैं? 
उत्तर – दुनिया की मशहूर अगरबत्तियों के निर्माण में बूढ़े मजदूर, पुश्तैनी मजदूर, नवयुवती महिलाएँ, कोमल हाथ वाले बाल मजदूर और अपाहिज व घायल मजदूर लगे हुए हैं।
5. 'खुशबू रचते हैं हाथ' कविता में क्या संदेश निहित है? 
उत्तर- 'खुशबू रचते हैं हाथ' कविता में यही संदेश निहित है कि दुनिया को खूबसूरत और खुशबूदार बनाने वाले दलित मज़दूर स्वयं बदबूदार, गंदी बस्तियों में रहने के लिए मजबूर हैं।
6. उभरी नस वाले हाथ का क्या अर्थ है?
उत्तर – 'उभरी नस वाले हाथ' से कवि का अभिप्राय बूढ़े कामकाजी मजदूरों से है। अगरबत्ती बनाने में ऐसे मजदूर लगे हुए हैं। जो अब काफी वृद्ध हो चुके हैं। उन्हें अब पेंशन और अवकाश मिलना चाहिए था। परंतु वे अपनी मजबूरीवश शोषण के दल-दल में धँसे हुए हैं। 
7. 'पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ का क्या अर्थ है? 
उत्तर – पीपल के पत्ते से नये-नये हाथ का अर्थ बाल मजदूर से है। देश की विडम्बना ही है कि जिन मासूम बच्चे की उम्र खेलने, खाने और पढ़ने की है, वे मजदूरी कर रहे हैं।

  हौसले की उड़ान  

निबंध
1. 'हौसले की उड़ान' पाठ के अनुसार जैनब खानम का परिचय दें।
उत्तर – 'हौसले की उड़ान' पाठ के अनुसार जैनब खानम, मथुरापुर कहतरवा पंचायत, शिवहर के मोहम्मद मंसूर खान एवं फूल बीबी की बेटी है। 94 वर्षीय मोहम्मद अब्दुल रहमान खान जैनब खानम के दादा हैं। वह बी०ए० में पढ़ रही है । ब्लू बेल्ट प्राप्त जैनब आत्मरक्षार्थ लड़कियों को कराटे का प्रशिक्षण भी दे रही है।
2. 'हौसले की उड़ान' पाठ का आशय स्पष्ट करें। 
उत्तर – इस पाठ में आधुनिक बिहार की बेटियों के संघर्ष और उनके हौसले की उड़ान का वर्णन किया गया है। बिहार की बेटियों ने अपने शौर्य से समाज की रूढ़ियों पर प्रहार करते हुए अपने अदम्य साहस का परिचय दिया है। यह पाठ नारी सशक्तिकरण एवं नारी- जागरण के बेमिसाल उदाहरण हैं।
3. आज बिहार की बेटियों ने समाज के सामने क्या आदर्श रखा है? 
उत्तर- आज बिहार की बेटियों ने समाज के मने दृढ़ इच्छा शक्ति और कठिन परिश्रम का मिसाल रखा है। इन संघर्षशील बेटियों ने सिद्ध कर दिया है कि अगर हौसला ऊँचा हो और कठिन परिश्रम करने का इरादा हो तो, बड़ी से बड़ी कामयाबी पायी जा सकती है। बिहार की कुछ बेटियों ने समाज के सामने संघर्ष और लगन का आदर्श रखा है।
4. अब्दुल रहमान खान को अपनी पोती जैनब खानम पर गर्व क्यों है?
उत्तर – जैनब को तालीम के प्रति गहरी ललक थी। वह अपनी मेहनत और लगन से बी०ए० तक पहुँची, साथ ही लड़कियों को महिला शिक्षण केंद्र में शिक्षित भी करती है। ब्लू बेल्ट प्राप्त जैनब आत्मरक्षार्थ लड़कियों को कराटे का प्रशिक्षण भी देती है। इसलिए अब्दुल रहमान खान को अपनी पोती जैनब खानम पर गर्व है। 
5. सोनी पूरे प्रखंड की क्यों चहेती बन गयी है?
उत्तर– दरअसल सोनी ने पूरे जिला में एथलेटिक्स प्रतियोगिता में 400 मीटर और 1600 मीटर की दौड़ में पहला स्थान प्राप्त किया था। वह गाँव की ही नहीं पूरे प्रखंड की चहेती बन गयी।
6. रोहतास की गुड़िया की क्या समस्या थी?
उत्तर - रोहतास की गुड़िया का जुनून पढ़ाई का था। उनके माता-पिता उसकी पढ़ाई के लिए राजी नहीं थे। जबकि वह पढ़ना चाहती थी। वह पढ़कर अध्यापक बनना चाहती थी। अंत में उसे सफलता मिली। वह अपनी इच्छा को साकार करने के लिए संघर्ष करती है। आज हमारे लिए गुड़िया जीवन की बाधाओं को पराजित कर इलाके में मिसाल बन जाती है।
7. कैमूर के चेनारी प्रखंड के मथही निवासी विष्णुशंकर तिवारी क्यों खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं?
उत्तर- कैमूर के चेनारी प्रखंड के मथही निवासी विष्णुशंकर तिवारी अपनी बेटी सोनी की शानदार सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं।

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