1. दक्षिण अफ्रीका का संविधान बनने में कितना समय लगा ?
उत्तर- करीब 2 वर्ष।
2. भारत का संविधान बनने में कितना समय लगा ?
उत्तर- 2 वर्ष 11 माह 18 दिन ।
3. साइमन कमीशन भारत कब आया ?
उत्तर- 1928 ई० में ।
4. गाँधी - इरविन समझौता कब हुआ ?
उत्तर- 5 मार्च 1931 ई० में।
5. किस वर्ष प्रस्तावना में 'धर्मनिरपेक्ष' शब्द जोड़ा गया ?
उत्तर- 1976 में।
6. भारतीय संविधान के अनुसार संप्रभुता कहाँ निहित है ?
उत्तर- भारत की जनता में।
7. भारतीय संविधान कितने भागों में विभक्त है?
उत्तर - भारतीय संविधान 22 भागों में विभक्त है।
8. भारतीय संविधान में अनुसूचियों की संख्या कितनी हो गई है ?
उत्तर- 12 अनुसूचियाँ।
9. भारतीय संविधान के उद्देश्यों में 'धर्मनिरपेक्षता' पर एक उद्देश्य क्यों शामिल किया गया है?
उत्तर- नागरिकों को अपना-अपना धर्म मानने का अधिकार है। प्रत्येक नागरिक अपने-अपने धर्म का प्रचार कर सकता है।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. संविधान की प्रस्तावना से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात भारत ने सर्वप्रथम अपने संविधान का निर्माण किया। यह संविधान प्रस्तावना से ही प्रारंभ होता है। प्रस्तावना किसी देश के संविधान की कुंजी होती है। प्रायः अधिकांश लोकतांत्रिक देशों के संविधान प्रस्तावना से ही प्रारंभ होते हैं। वास्तव में प्रस्तावना संविधान का अंग तो नहीं होती है, परंतु इसमें संविधान के स्रोतों, लक्ष्यों, उद्देश्यों, आदर्शों और सरकार के बुनियादी राजनीति ढाँचों का संक्षिप्त विवरण होता है। किसी भी देश के संविधान की प्रस्तावना से ही इस बात की झलक मिल जाती है कि वहाँ का संविधान किस प्रकार का है तथा उसके मूलभूत आदर्श क्या है।
2. भारतीय संविधान की रचना के किन्हीं चार चरणों का उल्लेख करें।
उत्तर- संविधान की रचना के चार चरण निम्न हैं ---
(i) संविधान सभा के सदस्य — संविधान सभा एक निर्वाचित संस्था थी। इसके सदस्यों का निर्वाचन प्रांतीय विधानमंडलों द्वारा हुआ था।
(ii) प्रारूप समिति का गठन – 29 अगस्त 1947 को संविधान सभा द्वारा एक प्रारूप समिति का गठन किया गया।
(iii) संविधान के प्रारूप की स्वीकृति — संविधान के प्रारूप पर संविधान सभा में 144 दिनों तक विचार होता रहा। उसमें 2,473 संशोधन पेश किए गए।
(iv) संविधान का उद्घाटन – भारत के नए संविधान का उद्घाटन 26 जनवरी 1950 को किया गया।
3. लोकतांत्रिक गणराज्य का क्या अर्थ है ?
उत्तर- लोकतंत्र में जनता या जनता के निर्वाचित प्रतिनिधि ही देश के शासन का संचालन करते हैं। गणतंत्र दो शब्दों के मेल से बना है— गण और तंत्र । गण का तात्पर्य 'जनता' या लोग से है और तंत्र का तात्पर्य शासन से है। अत: गणतंत्र का अर्थ सीधे तौर पर जनता का शासन होता है।
4. संविधान की क्यों आवश्यक है ? अथवा, संविधान के कार्यों को संक्षेप में उल्लेख करें।
उत्तर - संविधान चाहे किसी भी देश के हों, वे उस देश की शासन व्यवस्था की रूपरेखा, नियम तथा कायदे-कानूनों की व्याख्या करते हैं संविधान के अनेक कार्य है हमें संविधान की जरूरत निम्न कारणों से पड़ती है -
(i) प्रथम संविधान विभिन्न जाति, धर्म, समुदाय, वंश, लिंग, क्षेत्र के लोगों के बीच जरूरी भरोसा एवं सहयोग की बहाली करता है।
(ii) द्वितीय संविधान सरकार के कार्यों एवं अधिकारों की लक्ष्मण रेखा निर्धारित करती है ।
(iii) तृतीय, यह नागरिकों के अधिकारों की सीमा रेखा भी निर्धारित करती है।
(iv) चतुर्थ, यह सरकार गठन के तरीके भी तय करता है।
(v) पंचम, संविधान यह भी तय करता है कि कौन-सा फैसला किस स्तर से होगा।
(vi) षष्टम, किसी भी देश का संविधान समाज के गठन के लिए आम लोगों की आकांक्षाओं को व्यक्त करने के साथ-साथ उसे मूर्त रूप देता है।
(vii) सप्तम, संविधान सरकार और लोगों के बीच के संबंधों को निर्धारित करते हैं।
अतः, स्पष्ट है कि संविधान अनेक कार्य करते हैं। उपर्युक्त कारकों के कारण ही हमें संविधान की आवश्यकता पड़ती है।
5. भारतीय संविधान के मूल्यों का वर्णन करें।
उत्तर - भारतीय संविधान की प्रस्तावना के अध्ययन से ही संविधान के मूल उद्देश्यों एवं उसके बुनियादी मूल्यों की स्पष्ट झलक सहज ही मिल जाती है, संविधान सभा में संविधान के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए 13 दिसंबर 1946 को पंडित नेहरू ने यह कहा था कि — “ मैं आपके सामने जो प्रस्ताव पेश कर रहा हूँ उसमें हमारे उद्देश्यों की व्याख्या की गई है, योजना की रूपरेखा दी गई है और यह बताया गया है कि हम किस राह पर चलनेवाले हैं। उन्होंने भारतीय संविधान के उद्देश्यों एवं मूल्यों पर प्रकाश डालते हुए यह कहा था कि भारत एक स्वतंत्र संप्रभुता - सम्पन्न लोकतांत्रिक गणराज्य होगा तथा इसके सभी नागरिकों को समानता, स्वतंत्रता, विश्वास, धर्म, उपासना, व्यवसाय, आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक न्याय, अवसर की समानता तथा विचार अभिव्यक्ति की गारंटी दी जाएगी।
6. दक्षिण अफ्रीका के संविधान महत्वपूर्ण विशेषता क्या है ?
उत्तर- नागरिकों को व्यापक अधिकार प्राप्त हुए। हर समस्या के समाधान में सबों की भागीदारी सुनिश्चित की गई।
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