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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
1. चिरहुरित वन के कोई दो वृक्षों के नाम लिखें।
उत्तर- बेंत, बाँसा
2. सखुआ (Sal) किस तन का प्रमुख पेड़ है ?
उत्तर- उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वना।
3. कार्बेट अभयारण्य भारत के किस राज्य में स्थित है?
उत्तर- उत्तराखंड
4. भारत में पहला जीव-आरक्षण क्षेत्र कब और कहाँ बना?
उत्तर- नीलगिरि में 1986 में।
5. पतझड़ वन का सर्वप्रमुख पेड़ कौन है ?
उत्तर- सागवाना
6. देवदार किस प्रकार के वन की उपज है?
उत्तर- पर्वतीय वना
7. पूर्वी भारत स्थित एक राष्ट्रीय वन-उद्यान का नाम लें।
उत्तर- मानस
लघु उत्तरीय प्रश्व
1. भारत में वर्षा पर आधारित वनों के नाम लिखकर किसी एक का विवरण दें।
उत्तर-(1) उष्ण चिरहरित वन, (1) पतझड़ मानसून वन, (ii) शुष्क वन
(1) उष्ण चिरहरित वन-ये वन उष्ण एवं अधिक वर्षावाले (200 सेंटीमीटर या इससे अधिक) में हैं। पश्चिमी घाट, अंडमान द्वीप, हिमालय तराई, पूर्वी हिमालय के उत्तर प्रदेश तथा असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर मिजोरम, त्रिपरा ऐसे ही क्षेत्र हैं। प्रमुख पेड़ हैं—महोगनी, आबनूस, रोजदुड बेंत, बॉस, जारूल, ताड़, सिनकोना और रबर , हैं।
2. भारत की वनस्पति में विविधता के कारणों पर प्रकाश डालें।
उत्तर- (i) वर्षा का असमान होना।
(ii) पहाड़ों की असमान ऊंचाई।
(iii) समुद्र तटीय भाग दलदली होना।
उपरियुक्त कारणों के कारण भारत की वनस्पति में विविधता पाई जाती है |
3. वन महोत्सव' क्या है ? इसका क्या महत्त्व है ?
उत्तर-1952 से भारत वन महोत्सव मनाकर वनों के संरक्षण एवं विकास के प्रति प्रतिबद्धता व्यस्त करता है। अभी तक देश में 17 वन विकास निगम स्थापित किए जा चुके हैं। इसका महत्त्वपूर्ण पक्ष है कि प्रत्येक साल संकल्प को याद करते हैं और सालचा के किये हुए कार्यों का लेखा जोखा करते हैं।
4. भारतीय वन किस प्रकार लाभकारी है? इनका संरक्षण कैसे किया जा सकता है?
उत्तर-लाभ-(i)ये हमें भवन-निर्माण के लिए टिकाऊ लकड़ियाँ प्रदान करते हैं।
(ii) बक्सा पेटी, दिया-सलाई, कागज की लुगड़ी, फर्नीचर आदि तरह-तरह की वस्तुएँ तैयार करने के लिए औद्योगिक लकड़ियां प्रदान करते हैं।
(iii) ये ईंधन की आपूर्ति करते हैं।
(iv) ये जलवायु को सम करते हैं।
(v) वर्षा लाते है।
(vi) मिट्टी का कटाव रोकते हैं।
(vii) पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
सांक्षण के उपाय:-(1) वानिको शिक्षा बढ़ाई जाया
(ii) प्रतिवर्ष नए वन लगाए जाएँ।
(iii) वनों के प्रति नया दृष्टिकोण अपनाया जाए और प्राचीन काल की वन्य संस्कृति को पुनर्जीवित किया जाए।
(iv) वन-संरक्षण के लिए विशेष योजनाएँ चालू की जाएँ जैसे बाघ परियोजना, हाथी परियोजना, अभयारण्यों की स्थापना आदि।
5. भारत में पाए जाने वाले दो प्रमुख प्रकार के वनों का विवरण प्रस्तुत करों
उत्तर-1. उष्ण कटिबंधीय वर्षा वर या सदाबहार वन,2. उज्ण कटिबंधीय पर्णपाती वना
(i) उच्ण कटिबंधीय वर्षा वन-ये पेटियाँ उष्ण एवं अधिक वर्षा वाले (200 सेमी. या अधिक) क्षेत्रों में हैं। पश्चिमी घाट, अंडमान हीर, हिमालय की तराई, पूर्वी हिमालय के उप प्रदेश तथा असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा ऐसे ही क्षेत्र हैं।
इस वन के प्रमुख पेड़ हैं—महोगनी, आबनूस, रोजवुड, बेंत, बॉस, जारूल, ताड़, , सिनकोना और रबर है।
(ii) उष्ण कटिबंधीय पर्णपाती वन- ये पेटियाँ 70 से 200 सेंटीमीटर वर्षावाले क्षेत्रों में हैं। हिमालय की तराई और प्रायद्वीपीय पठार के उतर-पूर्वी भाग (छोटानागपुर, झारखंड, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा) इनके मुख्य क्षेत्र हैं। इनमें मुख्य पेड़ हैं। सागवान, सखुआ, शीशम, चंदन, आम, महुआ, बाँस और त्रिफला के पेड़ विशेष महत्त्व के हैं।
6. जीव-संरक्षण क्षेत्र से आप क्या समझते हैं ? भारत में पहला जीव-आरक्षण क्षेत्र कहाँ स्थापित हुआ?
उत्तर-जीवों की विविधता को बनाए रखने और जीवों को संरक्षण प्रदान करने के लिए इन जीव-संरक्षण क्षेत्र बनाये गये हैं। भारत का पहला जीव-आरक्षण क्षेत्र नीलगिरि में 1986 में स्थापित किया गया।
7. इन पर टिप्पणियां लिखें
पारितंत्र, बायोम, वनस्पति-वितरण पर उच्चावच का प्रभाव।
उत्तर-पारितंत्र- वनस्पति और प्राणीजीवन में अटूट संबंध है। दोनों एक-दूसरे को प्रभावित करते हैं और एक-दूसरे से प्रभावित होते हैं। इनके अंतर्संबंध को पारितत्र कहते हैं।
बायोम-पृथ्वी पर विशिष्ट प्रकार की वनस्पति या प्राणी जीवन वाले विशाल पारिस्थितिक तंत्र बायोम कहते हैं।
वनस्पति-वितरण पर उच्चावच का प्रभाव- 1500 मीटर से अधिक ऊँचाई पर पर्वतीय वन तथा तटीय दलद गागों में ज्वारीय वन मिला करते हैं।
पर्वतीय वन में अके, पोपलर, मैपल, मैगनीलिया और लारेल प्रमुख हैं। ज्वारीय वन में मैंग्रोव तथा सुंदरी के पेड़ अधिक मिलते हैं।
8. अंतर स्पष्ट करें-(i) पर्णपाती वन और चिरहरित वन (ii) वनस्पति जगत और प्राणी जगता
उत्तर-(i) जहाँ वर्ष 70-200 सेमी. तक होती वहाँ पर्णपाती वन पाये जाते हैं। जहाँ पर वर्षा 200 सेमी. या अधिक होती है वहाँ चिरहरित वन पाये जाते हैं।
(ii) भारत में विशाल वृक्षों से लेकर झाड़ियों और घास तक अनेक प्रकार की वनस्पतियाँ. उमा क्षेत्रीय शीलोष्ण क्षेत्रीय और उच्च पर्वतीय सभी प्रकार की वनस्पतियों को वनस्पति जगत कहत
भारत में जितने भी प्रकार प्राणी मिलते हैं जैसे मानव, पशु, पक्षी आदि प्राणी जगत कहलाते हैं। वनस्पति जगत प्राणी जगत का आधार है।
Hello My Dear, ये पोस्ट आपको कैसा लगा कृपया अवश्य बताइए और साथ में आपको क्या चाहिए वो बताइए ताकि मैं आपके लिए कुछ कर सकूँ धन्यवाद |