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क्लास 9वीं भारती भवन इतिहास | अध्याय 8 (कृषि और खेतिहर समाज) | अतिलघु और लघु उत्तरीय प्रश्न | Class 9th Bharati Bhawan History | Chapter 8 | Very Short and Short Answer Question

क्लास 9वीं भारती भवन इतिहास  अध्याय 8 (कृषि और खेतिहर समाज)  अतिलघु और लघु उत्तरीय प्रश्न  Class 9th Bharati Bhawan History  Chapter 8  Very Short and Short Answer Question
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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

1. 'जय जवान जय किसान' का नारा किसने दिया?
उत्तर- लाल बहादुर शास्त्री। 
2. कपास की खेती सबसे पहले कहाँ हुई ?
उत्तर- सिंधु घाटी में।
3. बिहार कितने प्रकार के फसल होते हैं। 
उत्तर- चार।
4. बिहार में चाय की खेती कहाँ आरंभ की गई है ?
उत्तर- किशनगंज । 
5. बिहार में पहली चीनी मिल कहाँ स्थापित की गई ? 
उत्तर- मढौरा।
6. आपनिवेशिक काल में 'चीनी का कटोरा' किसको कहा जाता था? 
उत्तर- बिहार । 
7. 'विश्व की रोटी की टोकरी' के रूप में कौन क्षेत्र विख्यात है?
उत्तर-अल्पेशियन पठार से मिसीसीपी नदी घाटी एवं विशाल मैदानी भाग । 
8. अमेरिका के किस क्षेत्र को गेहूँ की पट्टी कहा जाता है ?
उत्तर- प्रेयरी क्षेत्र । 
9. अमेरिका में उपजाए जानेवाले गेहूँ के दो प्रकारों के नाम लिखें।
उत्तर- वसंतकालीन गेहूँ एवं शीतकालीन गेहूँ । 
10. अमेरिका में उगाई जानेवाली कपास के दो प्रकारों के नाम लिखें। 
उत्तर- सी आइलैंड कपास तथा अपलैंड वेरायटी।  

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. भारत में कितने प्रकार की खेती होती है ? इनके नाम लिखें। 
उत्तर- छः प्रकार की खेती होती है। 
1. झूम खेती 2. पारंपरिक खेती 3. गहन खेती 4. फसल चक्र 5. मिश्रित खेती 6. रोपण या बागवानी खेती।
2. झूम खेती किसे कहते हैं ? यह किस क्षेत्र में होती है ?
उत्तर- इसे स्थानांतरी कृषि भी कह सकते हैं। बरसात के पहले जंगल के एक निश्चित भूभाग में आग लगा दी जाती है । इससे जमीन समतल एवं कृषियोग्य बन जाती है । जले हुए राख पर बीज छिड़क दिया जाता है । वर्षा होने पर बीज से पौधे निकल आते हैं। जले हुए राख से नाइट्रोजन की मात्रा भी बढ़ जाती है । इससे जमीन उपजापऊ हो जाती है । कुछ वर्षों तक वहाँ खेती करने के बाद उस स्थान को छोड़कर दूसरे स्थान पर यही प्रक्रिया दोहराई जाती है|
 इस प्रकार की खेती वन्य एवं पहाड़ी भागों में प्रचलित है ।
3. आदिवासी जमीन पर हल चलाना क्यों नहीं चाहते थे? 
उत्तर- आदिवासी धरती (जमीन) को अपनी माता सदृश मानते थे। मातारूपी धरती पर हल चलाना वे अपराध मानते थे। इसलिए, झूम खेती का सहारा लिया ।
4. गहन खेती गे गाय क्या समझते हैं ? इसके क्या लाभ हुए हैं ? 
उत्तर- इस प्रकार की खेती उन क्षेत्रों में की जाती है जहाँ सिंचाई के प्रचुर साधन उपलब्ध हैं। ऐसे क्षेत्रों के किसान उर्वरकों एवं कीटनाशक दवाओं का बड़े पैमाने पर उपयोग करते हैं। कृषि में आधुनिक कृषि यंत्रों का भी व्यवहार किया जाता है। फसल भी एक से अधिक उगाए जाते हैं। नई तकनीक के व्यवहार से गहन खेती से प्रति हेक्टेयर उपज में वृद्धि हुई है। 
5. बरा खेती पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
उत्तर- इसे झाड़ी कृषि अथवा वृक्ष कृषि भी कहा जाता है । इसमें व्यापार के उद्देश्य से झाड़ीनुमा पौधे या पेड़ लगाए जाते हैं। एक बार इन्हें । लगाने से उनसे वर्षों उत्पादन लिया जाता है । बागान के रूप में भूमि का उपयोग होने के कारण इसे आगानी खेती भी कहा जाता है इस प्रकार की खेती में एक ही फसल का उत्पादन किया जाता है । ऐसी फसलों में प्रमुख हैं रबर, चाय, कहवा, कोको, मसाले, नारियल, सेब, अंगूर और संतरा प्रमुख है।
6. फसल चक्र को व्याख्या करें|
उत्तर- लगातार लंबे समय तक एक ही प्रकार की फसल उगाने से जमीन की उर्वरा शक्ति कमजोर पड़ जाती है। इसे रोकने के लिए दो खाद्यान्नों के मध्य एक दलहनी पौधे को उगाया जाता है । फसल बदलने की इस पद्धति को फसल चक्र कहते हैं।
7. परपरागत कृषि के प्रचलित होने का क्या कारण है ?
उत्तर- इस प्रकार की खेती में मानव-श्रम का अधिकतम उपयोग किया जाता है। परंपरागत कृषि पद्धति में जमीन को हल-बैल की सहायता से जोतकर उसमें बीज की बुआई कर खेती की जाती है । खेतों की सिंचाई वर्षा या उपलब्ध कृत्रिम साधनों जैसे कुआँ, जलाशय, नहर आदि द्वारा की जाती है।
8. वैज्ञानिक कृषि ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव डाला है ?
उत्तर- वैज्ञानिक कृषि पद्धति का उपयोग कर विभिन्न प्रकार की खेतियाँ होती हैं। आधुनिक खेती करने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ती है। इससे उत्पादन अधिक होता है । कृषि उत्पादन में वृद्धि होने से किसानों को लाभ होता है । नगदी फसलों और बागानी उत्पादों को बेचकर किसान धन कमाते हैं। इससे किसानों की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होती है।
9. कृषि और कृषकों की स्थिति में और अधिक सुधार कैसे किया जा सकता है ? 
उत्तर- किसानों को उन्नत और आधुनिक वैज्ञानिक कृषि के लाभ समझाएँ किसानों को आर्थिक साहयता एवं संसाधन उपलब्ध कराया जाय । खाद्यान्न के अतिरिक्त वाणिज्यिक फसलों के उत्पादन एवं बागवानी को बढ़ावा दिया जाय । उन्नत बीज, खाद, नई तकनीक एवं मशीनों के उपयोग तथा सिंचाई के साधनों के व्यवहार से कृषि उत्पादन में वृद्धि संभव है एवं कृषकों की स्थिति में सुधार भी संभव है।
10. बिहार की कृषि को 'मॉनसून के साथ जुआ' क्यों कहा जाता है ? 
उत्तर- सिंचाई के साधनों की कमी । यहाँ की कृषि मौनसूनी वर्षा पर निर्भर है । इसलिए यहाँ की कृषि को "मॉनसून के साथ जुआ" कहा गया है ।  
11. हरित क्रांति से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- सामान्य तौर पर हरित क्रांति का अभिप्राय कृषि व्यवसाय में क्रांतिकारी नीतियों द्वारा सर्वांगीण विकास से है और इसका अंतिम लक्ष्य कृषि फसलों का अधिकतम उत्पादन होता है। हरित क्रांति कृषि व्यवसाय में अधिक से अधिक और अच्छा अन्न उपजाने का एक प्रभावी आंदोलन है।
(क) हरित क्रांति अभियान की पृष्ठभूमि : कृषकों के लिए कृषि की वैज्ञानिक विधि एक अनुपम उपहार है । इसके द्वारा उनकी कृषि भूमि की गुणवत्ता तथा मृदा की उर्वरा शक्ति में अप्रत्याशित वृद्धि की जा सकती है तथा फसलों की पैदावार में आशातीत सुधार तथा बढ़ोत्तरी अवश्यंभावी है। इसी परिप्रेक्ष्य में सरकार द्वारा इस दिशा में सक्रियता दिखाई गई तथा हरित क्रांति का सूत्रपात हुआ।
(ख) हरित क्रांति के लाभ एवं उपलब्धियाँ : नई वैज्ञानिक तकनीक द्वारा कृषि की उपज में अत्यधिक वृद्धि हुई है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण अपनाने से कृषक काफी लाभान्वित हुए हैं। 
भारत सरकार द्वारा फसल चक्र, बहुफसली कृषि, मिश्रित खेती आदि अनेक वैज्ञानिक कृषि विधि अपनाकर कृषि उत्पादन में क्रांतिकारी वृद्धि लायी गई, जिससे कृषि कार्य में अभूतपूर्व क्रांति आई। इससे प्रोत्साहित होकर सरकार ने सन् 1960 ई. में “हरित क्रांति अभियान" का आह्वान किया। इस हरित क्रांति कार्यक्रम के माध्यम से निरंतर कृषि के विकास का क्रम जारी है।  
12. अमेरिका में कपास की खेती के विकास के कारणों का उल्लेख करें। 
उत्तर- औद्योगिक क्रांति से इंगलैंड में कपास की मांग- 18वीं शताब्दी में इंगलैंड में औद्योगिक क्रांति के दौरान वस्त्र उद्योग के लिए कपास की माँग अधिक होने लगी। सिर्फ भारत से ही इसकी पूरी आपूर्ति नहीं हो सकती थी। इसलिए, अँगरेज व्यापारी कपास की आपूर्ति के लिए अमेरिका की ओर आकृष्ट हुए ।

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