1. ईदगाह कहानी के अनुसार दुकानों में किस-किस तरह के खिलौने थे?
उत्तर : ईदगाह कहानी के अनुसार दुकानों में सिपाही और गुजरिया राजा और वकील चिश्ती और धोबिन और साधू आदि तरह के खिलौने थे|
2. आमिर मिठाई या खिलौने के बदले चिमटा पसंद करता है क्यों?
उत्तर : हामिद मिठाई या खिलौने के बदले चिमटा पसंद करता है| क्योंकि रोटी सेकते समय दादी की उंगली जल जाती थी| अगर वह चिंता लेकर दादी को देगा तो उनकी उंगली नहीं जलेगी मिठाई या खिलौने शैकणिक सुख देने वाले हैं| इसलिए उसने चिंता ही पसंद किया|
3. मेला जाने से पहले हामिद दादी से क्या कहता है?
उत्तर : मेला जाने से पहले हामिद दादी से कहता है कि अम्मा तुम बिल्कुल बिल्कुल डरना नहीं मैं सबसे पहले मेला देख कर आ जाऊंगा|
4. हामिद ने चिमटा को किन किन रूपों में उपयोग करने की बात कही है?
उत्तर : हामिद ने चिमटा को बंदूक मंजीरे बहादुर शेर के रूप में उपयोग करने की बात कही है| जैसे कंधे पर रखो तो बंदूक हो गई हाथ में लिया तो फकीरों का चिमटा हो गया यह मंजीरा के काम भी आ सकता है|
5. ईदगाह कहानी की प्रमुख विशेषताएं बताइए
उत्तर : ईदगाह मानवीय धरातल पर आधारित एक यथार्थवादी कहानी है| संपूर्ण समाज का प्रतिनिधित्व करने वाले यह कहानी धार्मिक ना होकर मानवीय है| पूरी कहानी का वातावरण बड़ा ही सघन है| कहानीकार ने बाल मनोविज्ञान की का सूक्ष्म निरीक्षण किया है| कहानी में कहीं भी गंभीर कौतूहल नहीं है कहानी के अंतिम अनुच्छेद का यह वाक्य बच्चे ने पूरे हामिद का पाठ खेला था| इसके आधार बिंदु को समझने की कुंजी है| एक छोटे से बालक का बड़े बूढ़ों जैसा व्यवहार और विवेक उसकी गरीबी ने उत्पन्न किया था| प्रस्तुत कहानी की भाषा सरल सुबोध एवं पात्र उचित है मुहावरों की भरमार ने कहानी को और भी रोचक बना दिया|
6. ईद के दिन अमीना क्यों उदास थी?
उत्तर : आमीना अपनी दीनता रे सहारा वन तथा आर्थिक दुर्दशा के कारण उदास थी| वह सोच रही थी कि अपने अनाथ पोते को ईद पर्व के अवसर पर मेले जाने के लिए पैसे कहां से देगी| क्योंकि उसके घर में एक दाना भी नहीं था|
7. चिमटा देखकर अमीना के मन में क्या था भाग जगा?
उत्तर : चिमटा देखकर अमीना के मन में क्रोध तथा जिसने का भाव जगा उसने छाती पीट कर कहा फिर समझ लड़का तुमने कुछ खाया पिया नहीं लेकिन हामिद की बात सुनकर उसका कुछ फैसले में बदल गया कि तुम्हारी उंगली दावे से जल जाती है| इसलिए मैंने चिमटा खरीद लिया उनका मन गदगद हो गया कि बच्चे में कितना त्याग सद्भाव और विवेक है|
8. मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामिद के मन में कौन-कौन से विचार आए? वर्णन कीजिए
उत्तर : मेले में चिमटा खरीदने से पहले हामिद को खिलौने खरीदने तथा मिठाई खाने के विचार आए लेकिन उसके पास 30 पैसे ही थे| इसलिए इन चीजों को खरीदने का विचार छोड़ कर वह लोहे की दुकान पर गया वहां चिंता देख उसे ख्याल आया कि दादी के पास चिंता नहीं है| तबीयत से रोटियां उतारते समय हाथ जल जाती है| अगर वह चिमटा ले जाकर दादी को देता है तो वह काफी प्रसन्न होगी और तब उसकी उंगलियां नहीं चलेगी खिलौने से क्या फायदा व्यर्थ में पैसे बर्बाद होते हैं|
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