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Class 10th Bharati Bhawan Social Science : History Chapter 1 Nationalism in Europe: Rise and Development : Short Answer Questions : कक्षा 10 भारती भवन सामाजिक विज्ञान : इतिहास अध्याय 1 यूरोप में राष्ट्रवाद :उदय और विकास : अतिलघु उत्तरीय प्रश्न

 अतिलघु उत्तरीय प्रश्न : 

1. अनसर्ट रेनन ने राष्ट्रवाद को किस रूप में परिभाषित किया ?

उत्तर :- फ्रांसीसी दार्शनिक अन्सर्ट रेनन ने राष्ट्रवाद की एक नै और व्यापक परिभाषा डी | उनके अनुसार राष्ट्र समान भाषा, नस्ल, धर्म या क्षेत्र तक ही सिमित नहीं है | राष्ट्रवाद के लिए अतीत में समान गौरव का होना, वर्तमान में एक समान इच्छा, संकल्प का होना, साथ मिलकर महान काम करना और आगे, ऐसे काम और करने की इच्छा एक जनसमूह होने की यह जरुरी शर्ते है | अत राष्ट्र एक बड़ी और व्यापक एकता है ......उसका अस्तित्व रोज होनेवाला जनमत-संग्रह है | 

2. वियना कांग्रेस द्वारा फ्रांस में किस राजवंस की पुनर्स्थापना की गई ?

उत्तर :- वियना कांग्रेस 1815 द्वारा फ्रांस में बुर्बो राजवंस की पुनर्स्थापना की गई | 

3. जर्मन राईस महासंघ की स्थापन किसने की ?

उतर :- नेपोलियन ने  

4. चार्टिस्ट आन्दोलन किस देश में हुआ ?

उत्तर :- इंग्लैण्ड में 

5. 1832 का संसदीय सुधार अधिनियम किस देश में पारित किया गया था | 

उत्तर :- इंग्लैण्ड में 

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6. मेटरनिक कौन था ? यूरोपीय इतिहास में वह क्यों विख्यात है ?

उत्तर :- काउंट क्लीमेंट मेटरनिक आस्ट्रिया का चांसलर था | नेपोलियन के पतन के पश्चात वह केवल आस्ट्रिया साम्राजय का ही नहीं अपितु समस्त यूरपो का सर्वाधिक महत्वपूर्ण व्यक्ति बन गया  |वह स्वतंत्रता तथा सुधार आन्दोलन का घोर विरोधी एवं पुरातन व्यवस्था का समर्थक था | यूरोपीय इतिहास में वह वियना व्यवस्था, यूरोपीय कंसर्ट, पवित्र संघ की योजना, चतुरार्ष्ट मैत्री और मेटरनिक व्यवस्था के लिए विख्यात है |

7. फ्रेंकफर्ट संसद की बैठक क्यों बुलाई गई ? इसका क्या परिणाम हुआ ?

उत्तर :- फ्रेंकफर्ट संसद की बैठक का मुख्य उद्देश्य जर्मन राष्ट्र के निर्माण की योजना बनाना था | इसके अनुसार जर्मन राष्ट्र का प्रधान एक राजा को बनाना था जिसे संसद के नियंत्रण में काम करना था जर्मनी का एकीकरण उसी के नेतृत्व में होना था | लेकिन जब प्रशा के राजा फ्रेडरिक विलियम चतुर्थ ने यह प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया तो एसेंबली भंग हो गई, जर्मनी का एकीकरण पूरा नहीं हो सका | 

8. इटली के एकीकरण में मेजिनी की क्या भूमिका था ?

उत्तर :- ज्युसेफ मेत्सिनी इटली के एकीकरण का मसीहा था | मेत्सिनी एक महान दार्शनिक, लेखक, दूरदर्शी राजनेता और कर्मकठ कार्यकर्ता था | इटली के नवनिर्माण में मेजिनी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण थी | वह बचपन से ही इटली की स्वतंत्रता के लिए प्रयत्नशील था | 1831 में उसने यंग इटली नामक संस्था की स्थापना की | इस संस्था ने युवकों में नई चेतना जगाई | वह रिपब्लिकन दल का नेता था | उसने मजदूरों, विद्द्यार्थियो तथा युवको की स्वतंत्रता का भाव जगाया |

9. राष्ट्रवाद क्या है ?

उत्तर :- राष्ट्रवाद एक ऐसी भावना है जो किसी भौगालिक सांस्कृतिक या सामाजिक परिवेश और योग्य सेनापति था | 

10. मेजिनी कौन था ?

उत्तर :- मेजिनी इटली का प्रसिद्ध राष्ट्रवादी नेता था | वह साहित्यकार, गणतांत्रिक विचारों का समर्थक और योग्य सेनापति था | 

11. रक्त और तलवार की निति किसने अपनाई ?

उत्तर :- बिस्मार्क ने जरमी के एकीकरण के लिए रक्त और तलवार की निति अपनाई | 

12. अनसर्ट रेनन ने राष्ट्रवाद को किस रूप में परिभाषित किया ?

उत्तर :- अनसर्ट रेनन ने राष्ट्रवाद की नै व्याख्या की जिसके अनुसार राष्ट्र एक बड़ी और व्यापक एकता है |  

13. फ्रांसीसी क्रान्ति के बाद राष्ट्र का निर्माण कैसे ह़ा ?

उत्तर :- फ्रांसीसी क्रान्ति के बाद पुरातन युग का अंत हुआ और नए आधुनिक युग का आरंभ हुआ | फ्रास्निसी क्रान्ति के बाद राष्ट्र का निर्माण राष्ट्रवादी विचारों के आधार पर हुआ | निरंकुश राजतंत्र का अंत हुआ और प्रजातंत्र की स्थापना की गई | मानव एवं नागरिक अधिकारों की घोषणा कर सामाजिक एवं आर्थिक समानता स्थापित की गई | स्वतंत्रता, समानता तथा बंधुत्व के सिद्धांत पर राष्ट्र का निर्माण किया गया | 

14. उदारवादी राष्ट्रवादी राष्ट्रवाद को किस रूप में देखते थे ?

उत्तर :- उदारवादी राष्ट्रवाद को आजाद के अर्थ में देखते थे | उदारवादी राष्ट्रवाद के लिए व्यक्ति की स्वतंरता और कानून के समक्ष सभी की बराबरी, निरंकुश राजतंत्र के स्थान पर संविधान और प्रतिनिधि सरकार की स्थापना, निजी संपत्ति की सुरक्षा, प्रेस की आजादी, आर्थिक क्षेत्र में मुक्त व्यापार आदि राष्ट्रीय से संबंधित विचार के समर्थक थे |  

15. 18-19 वीं शताब्दियों में कलाकारों ने राष्ट्र की छवि किस रूप में प्रस्तुत की ?

उत्तर :- 18-19 वीं शताब्दियों में कलाकारों ने मानवीय रूप को राष्ट्र को प्रस्तुत किया | नारी के रूप में राष्ट्र को दिखाया गया | राष्ट्र की कल्पना नारी रूप में की गई | नारी की छवि राष्ट्र की प्रतिक बन गई | फ्रांस में मरिआन और जर्मनी में जर्मेनिया राष्ट्रीयता के प्रतिक रूप में नारी का चित्रांकन हुआ | इन्हें मूर्तियों, सिक्कों, डाक टिकटों और चित्रों में प्रदर्शित कर कलाकारों ने जनता में राष्ट्रवादी भावना का विकास किया | 

16. वियना कांग्रेस सम्मेलन में फ्रांस में किस राजवंश की पुनर्स्थापना की गई ?

उत्तर :- 1815 में नेपोलियन बोनापार्ट की पराजय के पश्चात एक नै व्यवस्था की स्थापना की गई | आस्ट्रिया के वियना नगर में नेपोलियन को पराजित करनेवाले प्रमुख राष्ट्रों-ब्रिटेन, रूस, पाशा और आस्ट्रिया के गतिविधियों का सम्मेलन आयोजित किया गया | इसे वियना सम्मेलन कहा गया | फ्रांस और स्पेन में बुर्बो राजवंश का राज्य स्थापित हुआ | लुइ 18वाँ को फ्रांस में राजगद्दी मिली | लुइ ने फ्रांस की बदली हुई परिस्थितियों को समझा और फ्रांसीसी जनता पर पुरातनपंथी व्यवस्था को थोपने का प्रयास नहीं किया   |

17. जर्मन राइन महासंघ की स्थापना किसने की ?

उत्तर :- प्रशा और आस्ट्रिया को पराजित करने के बाद नेपोलियन ने जर्मन को तिन भागो में बाँटने का निश्चय किया | इसके अंतर्गत प्रशा को उत्तरी भाग तक सिमित रहना था और आस्ट्रिया का प्रभाव क्षेत्र दक्षिण-पूर्व माना गया | पश्चिमी भाग में राइन महासंघ की स्थापना की गई जो प्रशा और आस्ट्रिया से स्वतन्त्र था और फ्रांस के संरक्षण में था | इस महासंघ में 16 स्वतन्त्र राज्य थे | नेपोलियन ने स्वयं को इस राइन महासंघ का सरक्षण घोषित किया | इस महासंघ के सारे राज्यों को एक-दुसरे को सामरिक मामले में मदद करना था |

18. 1830 की जुलाई क्रान्ति का फ्रांस पर क्या प्रभाव पडा ?

उत्तर :- 1830 के जुलाई में फ्रांस में क्रान्ति हुई | इसलिए इसे जुलाई क्रान्ति कहा जाता है | इस क्रान्ति के अनेक दूरगामी हुए | फ्रांस में बुर्बो वंश की सत्ता का अंत हुआ तथा आर्लेयांश वंश का शाशन स्थापित हुआ | लुइ फिलिप को राजगद्दी सौंपी गई | इस प्रकार 1830 की क्रान्ति द्वारा फ्रांस में वैधानिक राजतंत्र की स्थापना हुई | गणतंत्र की स्थापना तो नहीं हो सकी, परन्तु निरुन्कुश राजशाही का स्थान सांविधानिक राजतंत्र ने ले लिया | लुई फिलिप फ्रांसीसी जनता का राजा बना | उसने उदारवादी निति को अपनाया | कुलीनों तथा पादरियों को विशेषाधिकार से वंचित कर दिया गया | फलस्वरूप स्वतंत्रता, समानता, धर्मनिरपेक्षता तथा वैधानिक शाशन की नींव सुदृढ़ हुई | 

19. 1830 की जुलाई क्रान्ति का फ्रांस पर क्या प्रभाव पडा ?

उत्तर :- 1830 ई० की जुलाई क्रान्ति के परिणामस्वरूप फ्रांस में निरंकुश राजशाही का स्थान साविधानिक गणतंत्र ने ले लिया | 


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