नौवीं का रजिस्ट्रेशन शुरू | स्कूल के टाइम में बदलाव | अब बनेगा ऑनलाइन हाजरी :- बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने नौवीं में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया जारी कर दी है। मैट्रिक परीक्षा 2026 में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स 14 जुलाई तक रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। रजिस्ट्रेशन से पहले विद्यालय को निर्धारित शुल्क 11 जुलाई तक जमा करना होगा। जिन स्टूडेंट्स का शुल्क जमा होगा उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 14 जुलाई तक भरा जाएगा।
नौवीं के स्टूडेंट्स का 14 तक होगा रजिस्ट्रेशन, वोकेशनल कोर्स का चयन भी कर सकते हैं छात्र
बोर्ड के स्टूडेंट्स अब वोकेशनल कोर्स की भी पढ़ाई कर सकते हैं। स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन के समय ही वोकेशनल कोर्स का चुनाव करना होगा। मैट्रिक परीक्षा 2026 में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स सिक्यूरिटी, रिटेल, ट्यूरिज्म, ऑटोमोबाइल, रिटेल मैनेजमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड हार्डवेयर, ब्यूटी एंड वेलनेस, टेलीकॉम एवं आइटी आईटीआई आईटी ट्रेड का आठवें विषय के रूप में चयन कर सकते हैं। बोर्ड ने नौवीं से वोकेशनल कोर्स पढ़ने का मौका दिया है।
रजिस्ट्रेशन फॉर्म में अंकित विवरणी के अनुसार ही परीक्षा फॉर्म भरा जाएगा
किसी कारणवश शुल्क जमा करने के बावजूद किसी स्टूडेंट्स का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन छूट गया है, तो वो 14 जुलाई तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फॉर्म भर सकते हैं। समिति ने कहा है कि रजिस्ट्रेशन के दरम्यान अंकित विवरणी के अनुसार ही स्टूडेंट्स का परीक्षा फॉर्म भरा जाना है, इसलिए यह जरूरी है कि रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरने में सतर्कता बरती जाये, ताकि बाद में इसमें कोई परिवर्तन करने की आवश्यकता न पड़े। रजिस्ट्रेशन के कॉलम-16 में अभ्यर्थी का आधार नंबर अंकित किया जाएगा। यदि अभ्यर्थी को आधार कार्ड नही है, तो इसकी घोषणा कॉलम- 17 में अनिवार्य रूप से करनी होगी। रजिस्ट्रेशन कराने वाले स्टूडेंट्स की न्यूनतम आयु 14 वर्ष होनी चाहिए। इससे कम उम्र के स्टूडेंट्स का आवेदन रद्द कर दिया जाएगा।
प्रतिदिन एक स्कूल से एक या दो शिक्षक को बनानी होगी ऑनलाइन हाजिरी
शिक्षा विभाग से मिले निर्देश के अनुसार प्रतिदिन एक स्कूल से एक से दो शिक्षक को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करना है। है। यह छूट। सिर्फ तीन माह तक रहेगा। ऐसा नहीं करने पर उक्त स्कूल के प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जाएगी। इसकी रिपोर्ट प्रधानाध्यापक को प्रतिदिन देनी होगी। पटना जिले के 1066 स्कूलों के प्रधानाध्यापक व शिक्षकों को राजेंद्र नगर बालक उच्च विद्यालय, पटना में ई-शिक्षाकोष पोर्टल (एप) पर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की ट्रेनिंग दी गई।
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि जिले के 1066 स्कूल ऐसे थे जहां के एक भी प्रधानाध्यापक एवं शिक्षक ने एक दिन भी ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर एक दिन भी उपस्थिति दर्ज नहीं की। इन सभी शिक्षकों को रविवार को पटना में बुलाकर ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने की ट्रेनिंग दी गई। दैनिक रिपोर्ट में जानकारी मिली थी कि इन स्कूलों के शिक्षकों को ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने में परेशानी आ रही है।
आज से नई समय सारिणी, 9:15 से 3:15 बजे तक चलेंगे सरकारी स्कूल
राज्य के सरकारी स्कूल एक जुलाई से नई समय सारिणी के अनुसार खुलेंगे। शिक्षक और कर्मचारी 10 मिनट पहले स्कूल पहुंचेंगे। प्रधानाध्यापक अपने स्तर पर समय सारिणी में बदलाव नहीं करेंगे। यदि किसी स्कूल में किसी परीक्षा का केंद्र बनाया गया है तो उस दौरान कक्षाएं स्थगित नहीं रहेगी, बल्कि कक्षाओं में अध्यापन कार्य चलता रहेगा। अबतक ये स्कूल गर्मी के कारण सुबह 6.30 से 11.30 बजे तक संचालित होता था।
जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के अनुसार सभी प्रारंभिक, मध्य, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालय एक जुलाई से सुबह नौ बजे खुल जाएंगे। सुबह नौ से 9.15 बजे तक प्रार्थना, योगाभ्यास, व्यायाम जैसे कार्यक्रम आयोजित होंगे। सुबह 9.15 बजे से कक्षाएं प्रारंभ होंगी जो दोपहर 3.15 चलेंगी। इस दौरान कुल आठ घंटी पढ़ाई होगी। दोपहर 3.15 से चार बजे तक मिशन दक्ष और विशेष कक्षा संचालित होगी। शिक्षकों को 4.30 बजे स्कूल से छुट्टी मिलेगी। इससे पहले शिक्षक चार से 4.30 बजे तक बच्चों के होम वर्क, पाठ टीका तैयार करना, मिशन दक्ष के बच्चों का प्रोफाइल तैयार करेंगे।
शनिवार को बैगलेस सुरक्षित योजना के तहत होंगे कार्यक्रम
जिला शिक्षा पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि शनिवार को प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में कक्षा एक से आठ तक बच्चों के लिए बैगलेस सुरक्षित योजना के तहत कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। माह के चौथे शनिवार को बच्चों द्वारा निर्मित सामग्रियों एवं गतिविधियों की प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बताया कि शिक्षकों को प्रति सप्ताह कम से कम 45 घंटे की कार्यावधि निर्धारित की गई है।
इस हिसाब से प्रत्येक शिक्षक को सोमवार से शनिवार तक प्रतिदिन साढ़े सात घंटे की कार्यावधि का अनुपालन हर हाल में करना होगा। प्रधानाध्यापक विद्यालय परिसर, वर्गकक्ष, रसोई घर और शौचालय की साफ- साफई का निरीक्षण करते रहेंगे। स्कूल परिसर में गंदगी मिलने पर प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जा सकती है।
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