छठी से आठवीं के छात्र-छात्राओं के लिए विज्ञान विषय को सुगम बनाया जाएगा। इसके लिए परियोजना आधारित पढ़ाई की शुरुआत होगी। राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने विज्ञान शिक्षण को प्रभावी और रोचक बनाने के लिए परियोजना तैयार की है। यह विज्ञान पुस्तकों के सभी अध्याय को ध्यान में रख कर बनाया गया है। इसकी शुरुआत एससीईआरटी निदेशक 24 अगस्त को यू-ट्यूब लाइव के माध्यम से करेंगे। इस बाबत 18 अगस्त को एससीईआरटी ने सभी डीईओ और डीपीओ को पत्र लिखा है।
बता दें कि शैक्षिक सत्र 2023-24 के अंतर्गत इसे शुरू किया जाएगा। प्रत्येक परियोजना के तहत पांच दिनों की गतिविधियां तैयार की गई है। यह सारी गतिविधियां पाठ पुस्तकों पर आधारित होगी। प्रोजेक्ट बेस्ट लर्निंग हर स्कूल को भेजा जा रहा है। कुल 14 परियोजनाएं शामिल की गयी हैं। हर विद्यालय को आठ चक्रों में परियोजना भेजी जाएगी। राज्य के हर विद्यालय को परियोजना आसानी से मिले, इसके लिए दीक्षा एप पर अपलोड किया जाएगा। इससे राज्य के 72 हजार स्कूलों के एक करोड़ छात्र-छात्राओं को फायदा होगा। अब तक पाठ पुस्तकों में दिये गये अध्याय के अनुसार ही पढ़ाई होती थी, लेकिन अब परियोजनाएं आधारित गतिविधियां करवाई जाएगी। इससे छात्रों को विज्ञान विषय को समझने में आसानी होगी और वो नवाचार कर पाएंगे।
२ यह सभी मध्य विद्यालयों के अलावा कस्तूरबा विद्यालय में भी शुरू किया जाएगा।
कोट
छठी और आठवीं कक्षा के छात्र-छात्राओं के बीच विज्ञान विषय को रोचक बनाने के लिए परियोजना आधारित पढ़ाई शुरू होगी। इसकी शुरुआत 24 अगस्त को की जाएगी। इसके बाद सभी स्कूलों में परियोजना की गतिविधि के अनुसार पढ़ाई होगी।
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