1. रासायनिक समीकरण क्या है ? निम्नांकित समीकरण से कौन-सी सूचनाएं प्राप्त होती है ?2SO2 + O2 → 2SO3
उत्तर - किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेनेवाले पदार्थों के संकेतों एवं सूत्रों की सहायता से उस अभिक्रिया का संक्षिप्त निरूपण या प्रदर्शन रासायनिक समीकरण कहलाता है | रासायनिक अभिक्रिया के अभिकरकों एवं उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए पदार्थों के संकेतों एवं सूत्रों को व्यवस्थित करना पड़ता है |
2SO2 + O2 → 2SO3
इस रासायनिक समीकरण में सल्फर डाईआक्साइड के दो अणु आक्सीजन के एक अणु से अभिक्रिया करके सल्फर डाईआक्साइड के दो अणु का निर्माण करता है | इसमे अभिकर्मकों को → चिन्ह के बायीं ओर दर्शाया गया है |
2. निम्नलिखित रासायनिक समीकरणों को संतुलित करें -
(i) Ca(OH)2 + HNO3 → Ca(NO)3 + H2O
(ii) 2AI + CuCI2 → AICI3 + Cu
उत्तर-
(i) Ca(OH)2 + 2HNO3 → Ca(NO)3 + 2H2O
(ii) AI + 3CuCI2 → 2AICI3 + 3Cu
3. विस्थापन एवं उभय विस्थापन अभिक्रियाएँ में अंतर बताएं |
उत्तर- विस्थापन अहव एकल विस्थापन अभिक्रिया - वह अभिक्रिया जिसमे किसी अणु में उपस्थित किसी परमाणु या परमाणुओं के समूह को किसी दुसरे परमाणु द्वारा विस्थापित कर दिया जाता है, एकल विस्थापन अभिक्रिया कहलाता है |
जैसे- Cu + 2AgNO3 → Cu(NO3)2 + 2Ag
एक परखनली में सिल्वर नाइट्रेट का विलयन लें | इसमे साफ कॉपर का तार डालते समय के पश्चात् कॉपर के तार पर चमकीले सिल्वर की परत जमा हो जाती है | इस अभिक्रिया में कॉपर नाइट्रेट बनने के कारण विलयन का रंग हल्का नीला हो जाता है |
उभय विस्थापन अभिक्रिया - वैसी अभिक्रिया जिसमे दो योगिक अपने आयनों को विनिमय या आदान-प्रदान करके दो नए यौगिक का निर्माण करते है, उभय विस्थापन अभिक्रिया कहलाता है | ऐसी अभिक्रियाएँ आयनिक यौगिक के साथ होती है |
जैसे- FeS + H2SO4 → Fe O4 + H2S↑
जब फेरस सल्फाईट को सल्फ्यूरिक अम्ल से अभिक्रिया कराई जाती है तब सल्फाईट गैस निकलती है और फेरस सल्फेट बनता है |
4. हाइड्रोजन एवं आक्सीजन के लाभ/हानि के सन्दर्भ में आक्सीकरण एवं अवकरण अभिक्रियाओं को समझाएं |
उत्तर-उपचयन अभिक्रिया - वे अभिक्रिया जिनमे किसी तत्व या यौगिक से आक्सीजन का संयोग होता है, उपचयन अभिक्रिया कहलाती है |
जैसे -
(i) कार्बन को वायु या आक्सीजन में जलाने पर कार्बन डाईआक्साइड बनता है |
C + O2 → CO2
इसमे कार्बन का आक्सीजन से संयोग होता है, अर्थात कार्बन उपचयित होता है |अत: यह उपचयन अभिक्रिया है |
(ii) सांद्र हईड्रोक्लोरिक अम्ल को मैंगनीज डाईआक्साइड के साथ गर्म करने पर क्लोरिन गैस निकलती है |
4HCI + MnO2 → MnCI2 + 2H2O + CI2↑
इसमे HCI से H का निष्काशन होता है, अर्थात HCI उपचयित होता है | अत: यह भी उपचयन अभिक्रिया है|
अपचयन अभिक्रिया - वे अभिक्रिया जिनमे किसी तत्व या यौगिक का हाइड्रोजन से संयोग होता है या किसी यौगिक से आक्सीजन का विस्थापन होता है, अपचयन अभिक्रिया कहलाती है |
जैसे -
(i) हाइड्रोजन एवं क्लोरिन के बीच संयोग होने पर हाइड्रोजन क्लोराइड बनता है |
H2 + CI2 → 2HCI
इसमे क्लोरिन का हाइड्रोजन से संयोग होता है अर्थात क्लोरिन अपचयित होता है | अत: यह अपचयन अभिक्रिया है |
(ii) तप्त क्युप्रिक आक्साइड के ऊपर हाइड्रोजन गैस प्रवाहित करने पर कॉपर धातु मुक्त होती है |
CuO + H2 → Cu + H2O
इसमे CuO से आक्सीजन का विस्थापन होता है, अर्थात CuO अपचयित होता है | अत: यह अपचयन अभिक्रिया है |
5. निम्नलिखित किस प्रकार की अभिक्रिया है ?
(i) शरीर में भोजन का पचना
(ii) Fe + CuSO4 → Cu + FeSO4
(iii) Ca(OH2 + 2HCI → CaCI2 + 2H2O
(iv) CuO + H2 → Cu + H2O
उत्तर- (i) मंद आक्सीकरण अभिक्रिया
(ii) एकल विस्थापन अभिक्रिया
(iii) संयोजन अभिक्रिया
(iv) आक्सीकरण अवकरण अभिक्रियाएँ
6. क्या होता है जब -
(i) जिंक धातु कॉपर सल्फेट के विलयन में डाली जाती है ?
(ii) सिल्वर धातु कॉपर सल्फेट के विलयन में डाली जाती है ?
(iii) पोटेशियम आयोडीन का विलयन लेड एमिटेड के विलयन में डाला जाता है ?
उत्तर - (i) जब जिंक धातु को कॉपर सल्फेट विलयन में डाला जाता है तो जिंक सल्फेट तथा कॉपर बनता है |
Zn + CuSO4 → ZnSO4 + Cu
(ii) सिल्वर धातु को जब कॉपर सल्फेट के विलयन में डाला जाता है तो सिल्वर सल्फेट तथा कॉपर बनता है |
Ag + CuSO4 → AgSO4 + Cu
(iii) जब पोटेशियम आयोडाइड का विलय लेड एमिटेड के विलयन में डाला जाता है तो पोटेशियम एसिटेड तथा लेड आयोडाइड बनता है |
2KI + (CH3COOH)2Pb → 2CH3COOH + Pb
7. उदारहरण सहित उश्मक्ष्पी एवं उष्मशोशी अभिक्रियाओं की व्याख्या करें |
उत्तर-
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