11वीं और 12वीं में एकाएक पाठ्यक्रम काफी ज्यादा हो जाते हैं, जो कई बच्चे संभाल नहीं पाते। पाठ्यक्रम कम होने से बच्चे राहत की सांस लेंगे। हालांकि कुछ एक्पर्ट्स का यह भी कहना है कि 11वीं और 12वीं के विज्ञान और गणित से जो चैप्टर्स हटाए गए हैं, वे जेईई में काफी स्कोरिंग थे। इन्हें हटाने के बाद बच्चों को 11वीं और जेईई मेन के लिए अलग-अलग पढ़ाई करनी होगी।
कौन-कौन से चैप्टर्स हटाए जा रहे
बायोलॉजी
11वीं के बॉयोलॉजी में द लिविंग वर्ल्ड से 4 टॉपिक, प्लांट किंगडम से 3 टॉपिक, मॉरफोलॉजी ऑफ फ्लॉवरिंग प्लांट से 5 टॉपिक के अलावा एनाटोमी ऑफ फ्लॉवरिंग प्लांट, बायोमॉलिक्यूल्स, ट्रांसपोर्ट इन प्लांट्स, मिनरल न्यूट्रिशन, डाइजेशन एंड एबजोरप्शन एवं न्यूरल कंट्रोल एंड को-ऑर्डिनेशन चैप्टर्स से कई टॉपिक को इस बार से हटाया गया है। 12वीं के बायोलॉजी में रिप्रोडक्शन इन ऑर्गेनिज्म, स्ट्रेटजीज फॉर इनहांसमेंट इन फूड प्रोडक्शन, इंवायरमेंटल इशूज का पूरा चैप्टर हटा दिया गया है। ऑर्गेनिज्म एंड पॉपुलेशन्स और इकोसिस्टम से 5 टॉपिक हटा दिए गए हैं।
केमिस्ट्री
11वीं की केमिस्ट्री के पार्ट 1 से स्टेट्स ऑफ मैटर: गैसेज एंड लिक्विड्स का पूरा चैप्टर हटा दिया गया है। पार्ट 2 से हाईड्रोजन, एस-ब्लॉक एलिमेंट्स, पी ब्लॉक एलिमेंट्स और इंवायरमेंटल केमिस्ट्री का पूरा चैप्टर हटा दिया गया है। 12वीं के पार्ट 1 से द सॉलिड स्टेट, सर्फेस केमिस्ट्री, जनरल प्रिंसिपल्स एंड प्रोसेस ऑफ आइसोलेशन ऑफ एलिमेंट्स और पी ब्लॉक एलिमेंट्स को पूरी तरह हटा दिया गया है। पार्ट 2 से पॉलिमर्स और कैमिस्ट्री का पूरा चैप्टर्स हटा दिया गया है।
फिजिक्स
11वीं के फिजिक्स के पार्ट 1 से फिजिकल वल्र्ड से 4 टॉपिक, यूनिट एंड मेजरमेंट से 4 टॉपिक, मोशन इन स्ट्रेट लाइन से 4 टॉपिक, मोशन इन ए प्लेन से 2 टॉपिक, लॉज ऑफ मोशन, वर्क एनर्जी एंड पॉवर, सिस्टम ऑफ रोटेशनल मोशन, ग्रेविटेशन चैप्टर्स से कई टॉपिक को इस बार से हटाया गया है। पार्ट 2 से मैकेनिकल प्रॉपर्टीज ऑफ सॉलिड, मैकेनिकल प्रॉपर्टीज ऑफ फ्लूइंड्स, थर्मल प्रॉपर्टीज ऑफ मैटर, थर्मोडायनामिक्स, काइनेटिक थ्योरी, ऑसिलेशन्स, वेव्स चैप्टर्स से कुछ-कुछ टॉपिक्स को हटाया गया है। 12वीं के फिजिक्स के पार्ट 1 से इलेक्ट्रिक चार्जेस एंड फील्ड्स के 4 टॉपिक, इलेक्ट्रो स्टेटिक पोटेंशियल एंड कैप्टीसेंस, करेंट इलेक्ट्रीसिटी, मूविंग चार्जेज एंड मैगनेटिज्म, मैग्नेटिज्म एंड मैटर, इलेक्ट्रो मैगनेटिक इंडक्शन, अल्टरनेटिव करेंट, इलेक्ट्रो मैगनेटिक वेव्स चैप्टर्स से कुछ-कुछ टॉपिक्स को हटाया गया है। पार्ट 2 से रे ऑप्टिक्स एंड ऑप्टिकल इंस्ट्रूमेंट्स, वेब ऑप्टिक्स, एटम्स, ड्यूअल नेचर ऑफ रेजिएशन एंड मैटर, न्यूकलिआई और सेमीकंडक्टर चैप्टर्स से कुछ-कुछ टॉपिक्स को हटाया गया है।
मैथ्स
11वीं के मैथ्स से सेट्स से 4 टॉपिक, ट्रिगोनोमैट्रिक फंक्शन्स का 1 टॉपिक, प्रिंसिपल ऑफ मैथेमेटिकल इंडक्शन, कंप्लेक्स नंबर, लीनियर इनइक्वीलिटीज, बाईनोमियल थ्योरम, स्ट्रेट लाइन्स, कोनिक सेक्शन्स, मैथेमेटिकल रिजनिंग, स्टेटिस्टिक्स, प्रोबैनिलिटी जैसे चैप्टर्स को हटाया गया है। 12वीं में रिलेशंस एंड फंक्शन्स के 3 टॉपिक, इंवर्स ट्रिगोनोमैट्रिक फंकशन्स, मैट्रिसेज, डिटरमिनेंट्स, कंटीन्यूटी एंड डिफरेंशियेबिलीटी, इंटिगरल्स, अल्जेबरा, डाईमेंशनल ज्योमिट्री, वेक्टर अल्जेब्रा, डिफरेंशियेल इक्वेशन्स, लीनियर प्रोग्रामिंग, प्रोबेबलिटी जैसे चैप्टर्स से कई टॉपिक को हटाया गया है।
एक्सपर्ट ने कहा-बच्चों को होगा फायदा
बच्चों को इससे बहुत लाभ मिलेगा। 11वीं और 12वीं में बच्चों पर अचानक पढ़ाई का बहुत बड़ा बोझ आ जाता है जिसे कम करने का निर्णय स्वागतयोग्य है। इसके अलावा धीरे-धीरे बच्चों के लिए नीट और जेईई से भी जब सिलेबस घटाया जाएगा तो बच्चे क्वालिटी लर्निंग कर पाएंगे। ये फैसला बच्चों के हित में है। -आनंद कुमार, डायरेक्टर, सुपर 30
इससे परीक्षा में स्कोरिंग ज्यादा होगी। इससे कटऑफ बढ़ेगा और बच्चों पर हाई स्कोर करने का प्रेशर बढ़ेगा। सिलेबस में से बस बेसिक हटाया गया है और लेंदी चीजों को रहने दिया गया है। बच्चों को इससे दिक्कतें आएगी और 11वीं और 12वीं से नीट और जेईई का सिलेबस अलग हो जाएगा। -विपिन कुमार, डायरेक्टर, गोल इंस्टीट्यूट
हिन्दी, इतिहास और नागरिक शास्त्र के चैप्टर्स हटाए जाने से बच्चों कोकोई खास परेशानी नहीं होगी। इस बदलाव से बच्चों का प्रेशर ही कम होगा। -विनीता, आर्ट्स फैकल्टी, डीएवी
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