बापू ने सच बोलना सिखाया ... बेधड़क | महात्मा गांधी जी ने सच बोलना सिखाया ... बेधड़क | महात्मा गांधी सत्याग्रह आंदोलन

Bharati Bhawan
0

बापू ने सच बोलना सिखाया ... बेधड़क 

सत्य शब्द सत से बना है | सत यानि होना, सत्य यानि हस्ती | सत्य क सिवा और किसी चीज की हस्ती नहीं है | परमेश्वर का सही नाम ही सत्य है | विचार में, बोलने में और बरतने में सच्चाई ह सत्य है | हमारा हर काम, हर सांस सत्य के लिए होनी चाहिए |

बापू की जीवन सत्य के साधक के रूप में हमारे प्रेरणा बनकर मौजूद है | बचपन में चोरी करने की अपनी एक भूल को उन्होंने चिट्ठी लिखकर पिता के सामने स्वीकार किया था | यह निजी जीवन में सत्य का प्रयोग था | उस दिन पछतावे के आंसुओं ने उन्हें पवित्र कर दिया था | जब ये युवा हुए तो दक्षिण अफ्रीका में नस्लभेद के कारण ट्रेन से उतार दिए गए | इसके खिलाफ उन्होंने लोगों को जाग्रत किया | 

यह समाज के हित में सत्य की लड़ाई थी | फिर जब वे भारत लौटे तो सत्य के लिए राष्ट्रीय आन्दोलन खड़ा लिया | इसकी शुरुआत नील की खेती के खिलाफ सत्याग्रह आन्दोलन से हुई |

आज सत्य से जुड़ी बापू की सीख भारत के मन में स्थापित है की ... सत्य बेधड़क बोलो ... उसकी कभी हार नहीं होती | सत्य से बड़ा कोई हथियार नहीं है,  सत्य से अलग ईश्वर नहीं है ...

Tags

Post a Comment

0Comments

Hello My Dear, ये पोस्ट आपको कैसा लगा कृपया अवश्य बताइए और साथ में आपको क्या चाहिए वो बताइए ताकि मैं आपके लिए कुछ कर सकूँ धन्यवाद |

Post a Comment (0)

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!