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Class 10th Bharati Bhawan Political Science Chapter 4 | Very Short and Short Answer Questions | संघात्मक शासन-व्यवस्था | कक्षा 10वीं भारती भवन राजनीतिशास्त्र अध्याय 4 | अतिलघु और लघु उत्तरीय प्रश्न

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अतिलघु उत्तरीय प्रश्न 

Class 10th Bharati Bhawan Political Science Chapter 4 Very Short Answer Questions
1. संघात्मक शासन व्यवस्था किसे कहते हैं ? 
उत्तर- संघात्मक शासन व्यवस्था वह पद्धति है जिसमें समस्त शासकीय सत्ता एक केंद्र सरकार और उन विभिन्न राज्यों अथवा इकाइयों की सरकारों के बीच विभाजित एवं वितरित रहती है जिन्हें मिलाकर संघ बनता है। "
2. एकात्मक शासन व्यवस्था का क्या अर्थ है ? 
उत्तर- एकात्मक शासन में सत्ता का केन्द्रीकरण कर दिया जाता है। एक एकात्मक राज्य में संपूर्ण देश का शासन की सारी शक्ति केंद्र सरकार के पास ही सिमटी होती है। 
3. संविधान की सर्वोच्चता से आप क्या समझते हैं ? 
उत्तर- संविधान की सर्वोच्चता संघीय शासन-व्यवस्था की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता है। केंद्र सरकार या इकाइयों की सरकारें संविधान से ऊपर नहीं है। सर्वोच्च न्यायालय को संविधान का रक्षक बनाया गया है।
4. लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण का क्या अर्थ है ? 
उत्तर- भारतीय संविधान द्वारा एक लोककल्याणकारी राज्य की स्थापना की गई है। इसका उद्देश्य समाजवादी समाज की स्थापना करके जनता के जीवन को सुखमय बनाने का प्रयास करना । लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण के अंतर्गत केंद्रीय सरकार द्वारा जारी की गयी योजनाओं को स्थानीय स्वशासन की संस्थाओं द्वारा कार्यान्वित कराने का प्रयास किया जाता है।
5. भारत में लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता क्या है ? 
उत्तर- भारत में लोकतांत्रिक विकेन्द्रीकरण की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता पंचायती राज संस्थाओं में कम-से-कम एक तिहाई पद महिलाओं के लिए आरक्षित कर देना है। इससे लोकतांत्रिक संस्थाओं में महिलाओं की भागीदारी बढ़ गई है।
6. भारतीय संविधान में कितनी अनुसूचित भाषाएँ हैं ? 
उत्तर- कुल 22 भाषाएँ।
7. पंचायती राज प्रणाली के लिए किस समिति ने अनुशंसा की थी ? 
उत्तर - बलवंत राय मेहता समिति ने।
8. राज्य पुनर्गठन आयोग कब बना तथा उसके अध्यक्ष कौन थे ?
उत्तर- 1956 में राज्य पुनर्गठन आयोग का गठन किया गया इसके अध्यक्ष फजल अली थे। 

लघु उत्तरीय प्रश्न

Class 10th Bharati Bhawan Political Science Chapter 4 Short Answer Questions
1. भारत की संघीय शासन व्यवस्था में बेल्जियम से मिलती-जुलती एक विशेषता तथा एक भिन्न विशेषता का उल्लेख करें ?
उत्तर- भारत और बेल्जियम में संघीय शासन व्यवस्था की एक मिलती-जुलती विशेषता यह है कि दोनों देशों में आंतरिक विविधता से उत्पन्न खतरों से बचने के लिए संघ सरकार में इकाइयाँ सम्मिलित कर दी गयी। इसके लिए केन्द्र सरकार और इकाइयों की सरकारों के बीच सत्ता का. विभाजन कर दिया गया।
भारत तथा बेल्जियम की संघीय शासन व्यवस्था की एक भिन्न विशेषता यह है कि जहाँ भारत में केंद्र सरकार को अधिक शक्तिशाली बनाया गया है वहीं बेल्जियम में प्रांतीय या राज्य सरकारों को ज्यादा अधिकार प्राप्त है।
2. भारत में संघीय शासन व्यवस्था की आवश्यकता क्यों पड़ी ?
उत्तर- भारत विविधताओं का देश है। यहाँ भिन्न-भिन्न जाति धर्म, संप्रदाय, भाषा, परंपरा और संस्कृति के लोग निवास करते हैं। एकात्मक संविधान की व्यवस्था कर उन्हें एकता के सूत्र में नहीं बाँधा जा सकता था। भारत जैसे विशाल देश के लिए एक केंद्र से हर जगह की शासन व्यवस्था को संचालित करना संभव नहीं था। अतः भारत में संघीय शासन व्यवस्था की आवश्यकता पड़ी।
3. भारत की संघीय शासन व्यवस्था की किन्हीं दो विशेषताओं का उल्लेख करें।
उत्तर- भारत की संघीय शासन व्यवस्था की महत्वपूर्ण दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं
(i) भारत के संविधान में 'संघ' शब्द का प्रयोग कहीं नहीं किया गया है। संविधान में स्पष्ट रूप से भारत को 'राज्यों का संघ' घोषित किया गया है।
(ii) संघीय व्यवस्था में प्राय: दोहरी नागरिकता होती है। संयुक्त राज्य अमेरिका में दोहरी नागरिकता है। संघीय व्यवस्था रहते हुए भी भारत में एकहरी नागरिकता का प्रावधान
4. एकात्मक शासन-व्यवस्था और संघात्मक शासन व्यवस्था में अंतर स्पष्ट करते हुए भारत में एकात्मक शासन के दो लक्षण बताएँ।
उत्तर- विभिन्न लोकतांत्रिक राज्यों में सत्ता के विभाजन को दो शासन-व्यवस्था के बीच बाँटा जाता है— संघात्मक शासन व्यवस्था तथा एकात्मक शासन व्यवस्था संघात्मक शासन व्यवस्था में राज्य में विभिन्न स्तर की सरकारों के बीच सत्ता का विभाजन कर दिया जाता है। संघात्मक शासन व्यवस्था में संपूर्ण देश का शासन एक केंद्र से नहीं चलाकर इकाइयों की सरकार तथा स्थानीय सरकार द्वारा भी चलाया जाता है। इसके विपरीत एकात्मक शासन व्यवस्था शासन का वह रूप है जिसमें राज्य की समस्त शासन-शक्ति का संचालन केंद्रीय सत्ता करती है। शासन का एक ही स्तर होता है और इकाइयाँ केंद्र के अधीन होकर ही कार्य करती है । 
5. संघात्मक व्यवस्था राष्ट्रीय एकता में कैसे सहायक है ? 
उत्तर- संघीय शासन व्यवस्था की एक विशेषता यह है कि इसमें क्षेत्रीय विविधताओं का पूरा सम्मान किया जाता है। ऐसा करने पर ही देश की एकता सुरक्षित रह सकती है। राष्ट्रीय एकता के उद्देश्य के लिए यह आवश्यक है कि दोनों स्तरों की सरकारों के बीच सत्ता विभाजन की प्राप्ति की व्यवस्था पर सहमति हो। इस बात में कोई संदेह नहीं है कि भारत की संघीय व्यवस्था की राष्ट्रीय एकता को अक्षुण्ण रखने में बड़ी भूमिका है। राष्ट्रीय एकता बनी रहे इसलिए केन्द्र को शक्तिशाली बनाया गया है। राज्य सरकारों को भी उनके कार्यों के बारे में निश्चित और जोरदार आदेश दिया गया है तथा विकास की दिशा में सम-प्रगति करने की बात कहकर राष्ट्रीय एकता के आधार को मजबूत किया गया है। राष्ट्रीय एकता को बनाए रखने के उद्देश्य से ही भारत को 'संघ' की जगह 'राज्यों का संघ' की संज्ञा दी गयी है ।

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