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Class 9th Bharati Bhawan Geography Chapter 6 | Population | Long Answer Question | कक्षा 9वीं भारती भवन भूगोल अध्याय 6 | जनसंख्या | दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

Class 9th Bharati Bhawan Geography Chapter 6  Population  Long Answer Question  कक्षा 9वीं भारती भवन भूगोल अध्याय 6  जनसंख्या  दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
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दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1. भारत में जनसंख्या के वितरण और इसे प्रभावित करनेवाले कारकों पर प्रकाश डालें। 
उत्तर-जनसंख्या भारत में जनसंख्या का भौगोलिक वितरण असमान है। सबसे घनी आबादी मध्यवर्ती मैदान (गंगा के मैदान) तथा तटीय मैदान में मिलती है। और सबसे विरल आबादी उत्तर के पर्वतीय भाग तथा मरूस्थलीय भाग (राजस्थान) में। जलवर्षा के कमी के कारण जनसंख्या में भी कमी पाई जाती है। गंगा के मैदान में पश्चिम की ओर बढ़ने पर जनसंख्या का घनत्व क्रमशः घटता जाता है। मगर, असम में वर्षा के अधिक होते हुए भी जनसंख्या कम है। इसका कारण यह है कि उसका अधिक भाग वन्य और पहाड़ो है, वहाँ के आर्द्र क्षेत्रों में जलवायु अस्वास्थ्य कर है। पंजाब-हरियाणा में वर्षा कम होते हुए भी जनसंख्या अधिक मिलती है। क्योंकि वहाँ सिंचाई के साधनों का विकास हुआ है और जलवायु स्वास्थ्यकर है। भारत की दो-तिहाई जनसंख्या मध्यवर्ती मैदान में मिलती है जबकि उसका क्षेत्रफल देश के समस्त क्षेत्रफल का एक-तिहाई है। इसका कारण है मैदानी भाग का उपजाऊ होना। भारत में दिल्ली, पश्चिम बंगाल, बिहार और केरल क्षेत्र सबसे अधिक बने बसे हुए हैं। केरल में शिक्षा के अधिक प्रचार तथा लोगों का जीवन-स्तर उच्च होने के फलस्वरूप मृत्यु-संख्या कम हो गई है। हम यह भी देखते हैं कि गंगा के मैदान और तटीय मैदान चावल-उत्पादन क्षेत्र हैं। चावल के क्षेत्रों में अन्य अन्नों के क्षेत्र की अपेक्षा जनसंख्या अधिक मिला करती है।
2. देश के विकास में जनशक्ति की भूमिका किस प्रकार महत्त्वपूर्ण है ? इसके लिए जनशक्ति को किस प्रकार अधिक-से-अधिक कारगर बनाया जा सकता है?
उत्तर- किसी देश में रहनेवाले लोगों की कुल संख्या (जनसंख्या) उस देश की जनशक्ति की परिचारिका होती है। जनशक्ति ही प्राकृत संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करती है, वही गरामदायी जीवन के लिए सब प्रकार की वस्तुओं का उत्पादक है। मानव उत्पादक ही नहीं, उपभोक्ता भी है और अपने देश के आर्थिक विकास स्तर का सूचक है। 
भारत में इतनी अधिक जनसंख्या मिलने का एक कारण यहाँ की मानसूनी जलवायु है, जो धान उत्पादन के लिए सबसे अधिक उपयुक्त है। और विशाल जनसंख्या उसपर चलती है।  की प्रचुरता ‘धन' की संपन्नता का द्योतक होता है।
आज औद्योगिक क्रांति और वैज्ञानिक विकास के साथ मानव श्रम पर निर्भरता कम होने लगी। अब हर काम में दक्षता का महत्त्व बढ़ गया है। इस दृष्टि से जापान आदि देश जितने आगे बढ़े, भारत नहीं बढ़ सका। हमारी जनशक्ति का गुणात्मक पहलू सुधारकर अधिक-से-अधिक कारगर बनाया जा सकता है। विज्ञान की शिक्षा और तकनीकी ज्ञान देकर उनकी उपयुक्त सेवा ली जाए तो देश के विकास में अत्यधिक मदद मिलेगी।
3. भारतीय जनसंख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। स्पष्ट करें। रही वृद्धि की प्रवृत्ति की समीक्षा करें।
अथवा, भारतीय जनसंख्या में हो अथवा, भारत की जनसंख्या वृद्धि की स्थिति स्पष्ट करें। 
उत्तर- भारत की जनसंख्या में तीव्र वृद्धि की प्रवृत्ति जारी है। UNFPA के अनुसार, भारत में प्रतिदिन लगभग 70-75,000 बच्चे जन्म लेते हैं। वर्तमान में देश की जनसंख्या वृद्धि की गति 1.95% वार्षिक है। देश की जनसंख्या 1901 में 23.8 करोड़ थी जो अगले 50 वर्षों में, अर्थात् 1951 में लगभग 12 करोड़ बढ़कर 36.1 करोड़ हो गई। 1951 से 1991 के बीच 40 वर्षों की अवधि में यह जनसंख्या 84.6 करोड़ हुई। अर्थात, इस दौरान कुल जनसंख्या में 48.5 करोड़ लोग जुड़े। उपलब्ध आँकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि जनसंख्या नीति के अपनाए जाने के बाद भी भारतीय जनसंख्या में तीव्र वृद्धि हो रही है।
देश में प्रतिवर्ष लगभग 1.6 करोड़ की आबादी बढ़ रही है। इसके कारण भारत में भारत में विश्व की लगभग 17% आबादी रह रही है। जनसंख्या में इस वृद्धि के कई सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक एवं जनांकिकी तथा वातावरणीय कारक हैं। सही अर्थों में जन्म दर का मृत्यु दर से अधिक होना ही विस्फोटक स्थिति का कारण है। 2001 में देश में जन्म दर 27.5 तथा मृत्यु दर 9.2 है जो 1951 में 39.9 एवं 27.4 तथा 1911 में 49.2 एवं 42.6 था।
इन आँकड़ों से यह स्पष्ट है कि जन्म दर एवं मृत्यु दर दोनों में गिरावट आई है, परंतु जनसंख्या का आकार विशाल होने क कारण इसमें वृद्धि अधिक है। जनसंख्या वृद्धि से भारतीय जनसंख्या को तीन भागों में बाँटा जा सकता है-
(i) 1901-1921 तक निम्न वृद्धि की अवधि, 
(ii) 1931-1951 तक मध्यम वृद्धि की अवधि एवं 
(iii) 1961-2001 तक तीव्र वृद्धि की अवधि।
4. भारत में जनसंख्या वितरण का वर्णन करें
उत्तर- जनसंख्या वितरण का संबंध मूलतः जनसंख्या के घनत्व के वितरण से है, क्योंकि उत्तरइसके द्वारा प्रति क्षेत्र इकाई पर जनसंख्या के भार का पता चलता है। साथ ही, यह जनसंख्या को इंगित करता है। 2001 की जनगणना के अनुसार, भारत में संख्या का औसत घनत्व 324 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। अर्थात्, भारत जनसंख्या दवाववाला देश है। भारत के पास विश्व का मात्र 2.4% क्षेत्र है जिसपर विश्व की ला भग 17% जनसंख्या रहती है। परंतु, भारतीय राज्यों में इसका वितरण एकसमान नहीं है।
उत्तर प्रदेश की आबादी 16.5 करोड़ है। विश्व के कुछ ही देश इससे ज्यादा जनसंख्यावाले हैं। भारत की लगभग आधी जनसंख्या केवल उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश जैसे 5 राज्यों में रहती है। इस बड़े राज्यों के ठीक विपरीत सिक्किम की जनसंख्या केवल 5 लाख एवं लक्षद्वीप में देश की सबसे कम मात्र 60,650 जनसंख्या रहती है।
सर्वाधिक जनघनत्व दिल्ली में 9,340 व्यक्ति वर्ग किलोमीटर है जबकि राज्यों में सबसे अधिक घनत्व पश्चिम बंगाल में 903 है। अंडमान और निकोबार तथा दादरा और नगर हवेली को छोड़कर सभी केंद्रशासित प्रदेशों में जनघनत्व 1,000 से ऊपर है सभी राज्यों से अधिक है। पूरे देश में सबसे कम घनत्व अरुणाचल प्रदेश में मात्र 13 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर या जाता है जबकि केन्द्रशासित प्रदेशों में सबसे कम घनत्व 43 अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में मिलता है।
5. भारतीय जनसंख्या के विवरण की विशेषताओं को लिखें। 
उत्तर- भारतीय जनसंख्या के वितरण की कई विशेषताएँ हैं इनमें से प्रमुख हैं
(i) उत्तर प्रदेश में देश की कुल जनसंख्या का लगभग 16% भाग निवास करता है। 
(ii) भारत की लगभग आधी जनसंख्या उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार पश्चिम बंगाल एवं आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों में रहती है।
(iii) देश में सबसे कम जनसंख्या लक्षद्वपी में मात्र 60,650 है।
(iv) सर्वाधिक जनघनत्व दिल्ली में 9,340 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर पाया जाता है। 
(v) राज्यों में सबसे अधिक घनत्व पश्चिम बंगाल में 903 एवं सबसे कम अरुणाचल प्रदेश में 13 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर मिलता है।
(vi) सभी केंद्रशासित प्रदेशों (अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह तथा दादरा और नगर हवेली को छोड़कर) राज्यों से अधिक जनघनत्व पाया जाता है।
(vii) मैदानी भाग तथा नगरीय भाग में सर्वाधिक घनत्व मिलता है। 
(viii)पठारी भाग में सामान्य एवं पर्वतीय भाग में सबसे कम घनत्व मिलता है। 
(ix) भारत में घनत्व का वितरण प्राकृतिक कारकों से जुड़ा है। है
(x) भारत का अधिकतर जनसंख्या 100-200 सेंटीमीटर वार्षिक वरिखा के मध्य रहती है। 
(xi) सबसे कम जनसंख्या 50 सेंटीमीटर से कम वर्षावाले पर्वतीय, पटारी एवं मरुस्थलीय क्षेत्रों में रहती है।
(xii) जनसंख्या वितरण एवं मॉनसूनी वर्षा के बीच घनिष्ठ संबंध है। 
(xiii) गंगा के मैदान में पश्चिम की ओर बढ़ने पर जनघनत्व क्रमशः घटता जाता है। 
(xiv) असम में अधिक वर्षा होने पर भी जनसंख्या कम है। 
(xv) पंजाब-हरियाणा में सिंचाई साधनों के विकास के कारण कम वर्षा होने पर भी जनसंख्या अधिक मिलती है।
(xvi) भारत की दो-तिहाई जनसंख्या मध्यवर्ती मैदान में मिलती है।
(xvii) नगरीकरण के प्रभाव के कारण केंद्रशासित प्रदेशों में जनघनत्व 1,000 से ऊपर है। 
(xviii) भौगोलिक वितरण की दृष्टि से 9 राज्यों एवं 6 केन्द्रशासित प्रदेशों में जनसंख्या का औसत घनत्व राष्ट्रीय औसत से अधिक है।
6. भारतीय जनसंख्या की विशेषताओं का वर्णन करें।
अथवा, भारत की जनसंख्या विशेषताओं से युक्त है। स्पष्ट करें। 
उत्तर-विश्व स्तर पर भारत एक विशाल जनसंख्या वाला देश है। जनसंख्या की दृष्टि से विश्व में चीन के बाद इसका दूसरा स्थान है। यही नहीं, भारत के पास विश्व का से प्रतिशत क्षेत्र है। जिसपर विश्व की लगभग 17 प्रतिशत जनसंख्या रहती है। परिणामस्वरूप, देश में जनसंख्या का घनत्व अधिक पाया जाता है। 2001 की जनगणना के अनुसार, भारतीय जनसंख्या की कई विशेषताएँ हैं इनमें प्रमुख हैं
(i) भारत की कुल जनसंख्या 102.8 करोड़ है। यहाँ सर्वाधिक जनसंख्या उत्तर प्रदेश एवं सबसे कम जनसंख्या लक्षद्वीप में मिलती है।
(ii) भारत की कुल आबादी मध्यवर्ती मैदान एवं तटीय मैदान में मिलती है जबकि सबसे विरल आबादी पर्वतीय भाग एवं मरुस्थलीय क्षेत्र में मिलती है।
(iv) दिल्ली सबसे सघन जनापनत्ववाला प्रदेश है। यहाँ प्रति वर्ग किलोमीटर 9,340 लोग मिलते हैं। 
(v) देश का औसत जनघनत्व 324 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है। इस दृष्टि से राज्यों में पहला स्थान पश्चिम बंगाल का है।
(vi) जनसंख्या में निरंतर वृद्धि की प्रवृत्ति जारी है। यद्यपि वार्षिक वृद्धि दर में गिरावटी आई है, लेकिन कुछ जनसंख्या बढ़ती जा रही है।
(vii) देश में जन्म दर और मृत्यु दर दोनों क्रमशः घटती जा रही है।
(viii) देश में लभगग 6 लाख गाँव हैं, जहाँ देश की लगभग 72 प्रतिशत जनसंख्या रहती है। देश में नगरीय जनसंख्या मात्र 28 प्रतिशत है। इस दृष्टि से भारत गाँवों का देश है।
(ix) भारत में 10 लाख या इससे ऊपर की जनसंख्या वाले 300 नगर यहाँ हैं। 
(x) प्रवास के कारण देश की एक बड़ी जनसंख्या गंदी बस्तियों में रहने को मजबूर है। 
(xi) देश में लिंगानुपात 933 है जबकि केरल और पुदुचेरी में यह क्रमशः 1,1058 एवं 1,001 है। 
(xii) भारतीयों की जीवन प्रत्याशा 64 वर्ष से ऊपर पहुँच गई है।
(xiii) देश की कुल जनसंख्या के 35 प्रतिशत बच्चे, 58 प्रतिशत वयस्क एवं 7 प्रतिशत वृद्ध है। 
(xiv) भारत की कार्यशील जनसंख्या से अधिक उस पर निर्भर करने वाली जनसंख्या है। 
(xv) व्यावसायिक दृष्टि से 67 प्रतिशत प्राथमिक, 13 प्रतिशत द्वितीयक एवं 20 प्रतिशत तृतीयक कार्यों से लोग जुड़े हैं।
(xvi) देश के लगभग 65 प्रतिशत आबादी साक्षर है जिसमें 76 प्रतिशत एवं 54 प्रतिशत महिलाएं हैं। ..

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