1. हिमालय-पार की एक नदी का नाम लें।
उत्तर-ब्रह्मपुत्र।
2. चंबल किसकी सहायक नदी उत्तरहै ?
उत्तर-गंगा की।
3. भ्रंशघाटी (धसान घाटी) से होकर बहनेवाली एक नदी का नाम लिखें।
उत्तर-नर्मदा।
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. जलविभाजक के कार्य का वर्णन उदाहरण के साथ करें।
उत्तर- जलविभाजक दो नदी बेसिन को अलग करती है। जैसे दिल्ली की उच्चभूमि सतलुज बेसिन और गंगा बेसिन को अलग करने के कारण जलविभाजक का उदाहरण प्रस्तुत करती है।
2. भारतीय नदियों को दो प्रमुख वर्गों में बाँटे और किसी एक की प्रमुख नदियों के नाम लिखें।
उत्तर-दो प्रमुख वर्ग हैं—(क) हिमालय की नदियाँ, (ख) प्रायद्वीपीय भारत या दक्षिणी पठार की नदियाँ। हिमालय की प्रमुख नदियाँ हैं—सिंधु, सतलुज, गंडक, कोसी और ब्रह्मपुत्र आदि।
3. हिमालय की नदियों की तीन विशेषताएं बताएँ। उदाहरण देकर उनकी पुष्टि करें।
उत्तर-(i) हिमालय की नदियाँ सालों भर जलपूरित रहती हैं। जैसे—सिंधु, गंगा, ब्रह्मपुत्र। -
(ii) इसकी नदियाँ मार्ग बदलती हैं। जैसे—कोसी, गंगा, ब्रह्मपुत्र।
(iii) छोटी नदियों को अपहरण कर लेती है। जैसे—ब्रह्मपुत्र तिब्बत में साँपों नदी का अपहरण किया है।
4. निम्नांकित की व्याख्या करें (क) पूर्वगामी नदी (ख) नदी-अपहरण।
उत्तर-(क) पूर्वगामी नदी—जो नदी हिमालय से भी पुरानी है उसे पूर्वगामी या पूर्ववर्ती नदी कहते हैं।
जैसे—सिंधु, सतलुज, गंडक, कोसी और ब्रह्मपुत्र।
(ख) नदी-अपहरण- बड़ी नदियाँ अपनी धारा को छोटी नदियों से बहाती हुई आगे निकल जाती है। उसे नदी-अपहरण कहते हैं। जैसे—ब्रह्मपुत्र तिब्बत में साँपो नदी को अपहरण किया है।
5. ग्रंशघाटियों (धसान घाटी) से होकर बहनेवाली कुछ भारतीय नदियों के नाम लिखें वे नदी घाटियाँ किस तरह महत्त्वपूर्ण हैं ?
उत्तर-नर्मदा और दामोदर भ्रंशघाटी में बहनेवाली नदियाँ है। नर्मदा की घाटी में संगमरमर और दामोदर की घाटी में कोयला प्राप्य है।
6. लूनी नदी कहाँ है और यह किस प्रकार की नदी है ?
उत्तर- लूनी नदी राजस्थान में है। यह अनुवर्ती नदी-प्रणाली की नदी है।
7. बहाव की दिशा को देखते हुए प्रायद्वीपीय भारत की नदियों का वर्गीकरण करें। प्रत्येक वर्ग की प्रमुख नदियों के नाम लें।
उत्तर-(i) पश्चिम की ओर बहने वाली नदी नर्मदा और ताप्ती।
(ii) पूर्व की ओर बहने वाली नदी महानदी, गोदावरी, कृष्णा, कावेरी और वैगाई।
(iii) उतर की ओर बहनेवाली नदी चंबल, बेतवा, सोन।
8. भारत की कौन नदी 'दक्षिण की गंगा' कहलाती है ?
उत्तर-गोदावरी।
9. ब्रह्मपुत्र प्रणाली की नदियों का विवरण दें।
उत्तर-जिनमें ब्रह्मपुत्र सर्वप्रधान है। यह मानसरोवर झील के समीप से निकलकर उतर-पूर्व से भारत में प्रवेश करता है। ब्रह्मपुत्र तिब्बत में साँपो बाग्लादेश में उतर भाग जमुना, मध्य भाग पद्मा और दक्षिणी भाग मेघना कहलाता है। इसकी सहायक नदियाँ हैं—तिस्ता, सुवनसिरी (स्वर्णश्री) भरेली, मानस, संकोश, डिबंग, लुहिन, धनश्री और कपिली प्रमुख हैं।
10. गंगा की सहायक नदियों का संक्षेप में वर्णन करें।
उत्तर-उत्तर के पर्वतीय भाग से यमुना, रामगंगा, गोमती शारदा, सरयू, गंडक, बूढ़ी गंडक, कोसी और महानंदा हैं। दक्षिणी पठार से चंबल, बेतवा, केन, सोन और पुनपुन नदियाँ हैं।
11. सिंधु प्रणाली की नदियों पर प्रकाश डालें।
उत्तर- जिनमें सतलुज, व्यास, रावी, चेनाब और झेलम प्रमुख हैं। ये दक्षिण पश्चिम की ओर बहती हैं और सिंधु से मिलकर अरब सागर में गिर जाती है। सिंधु का उद्गम हिमालय के पार मानसरोवर झील है। पश्चिम की ओर बहती हुई यह नदी गिलगिट के निकट दक्षिण की ओर मुड़ जाती है। आज यह पाकिस्तान की सर्वप्रमुख नदी है।
12. दक्षिण भारत के मुख्य जलविभाजकों का उल्लेख करें।
उत्तर-दक्षिण भारत में पश्चिमी घाट प्रमुख जलविभाजक है। विंध्य की उच्चभूमि भी महत्त्वपूर्ण जलविभाजक का काम करती है।
13. भारतीय अर्थतंत्र में नदियों का क्या महत्त्व है?
उत्तर-(i) ये सिंचाई के महत्त्वपूर्ण साधन हैं। भारत की आधी भूमि नदियों से निकली नहरों द्वारा सींची जाती है।
(ii) ये बाढ़ के समय नई मिट्टियाँ बिछाकर मैदानी भाग में उर्वरा-शक्ति बढ़ाती हैं। सारा मैदानी भाग नदियों की मिट्टी से ही बना होने के कारण उपजाऊ है।
(iii) ये यातायात के साधन रही हैं। प्राचीन और मध्ययुग में नदियों से ही अधिक व्यापार होता था। आज भी ब्रह्मपुत्र, गंगा और यमुना में दूर-दूर तक स्टीमर चलते हैं।
(iv) ये जल-विद्युत उत्पन्न कर रही हैं और जल-शक्ति के संभावित भंडार हैं।
(v) नदियों में मछलियाँ पकड़ी जाती हैं। मत्स्योधम बहुतों की आजीविका है।
14. भारत की प्रमुख झीलों का विवरण दें। उनमें कौन खारे जल की झीलें हैं?
उत्तर- प्रमुख झीलें हैं। डल, वूलर, नैनीताल, भीमताल, सांभर, कॉवर, सरैयामान, लक्ष्मीसागर आदि। सांभर झील खारे पानी की झील हैं।
15. इन पर टिप्पणियां लिखें।
नदी-द्रोणी (नदी-बेसिन), जलविभाजक, क्रेटर झील, नैनीताल, भारत की सबसे बड़ी नदी-द्रोणी।
उत्तर-नदी-द्रोणी (नदी-बेसिन)- कोई नदी अपनी सहायक नदियों समेत जिस क्षेत्र का जल लेकर आगे बढ़ती है, वह उसका प्रवाह क्षेत्र कहलाता है, जिसे नदी-द्रोणी (नदी-बेसिन) कहते हैं।
जलविभाजक-दो नदी-द्रोणियों को अलग करनेवाली, विभाजित करनेवाली, उच्चभूमि को जलविभाजक कहते हैं।
जैसे—दिल्ली की उच्चभूमि सतलुज बेसिन और गंगा बेसिन को अलग करने के कारण जल विभाजक कहलाती है।
क्रेटर झील- पुराने ज्वालामुखी के मुँह पर बने झील को क्रेटर झील कहा जाता है। जैसेमहाराष्ट्र का लोनार झील।
नैनीताल- यह सिंधु-ब्रह्मपुत्र का पहला डेल्टा क्षेत्र था। आजकल नैनीताल शहर बसा है।
भारत की सबसे बड़ी नदी-द्रोणी-गंगा भारत की सबसे बड़ी नदी-द्रोणी है।
16. 'नमामि गंगे' योजना क्या है?
उत्तर-नदी भारत सरकार ने 2014 में 'नमामि गंगे' परियोजना की शुरूआत की एवं भारत सरकार गंगा के प्रदूषण नियंत्रण के निर्मित गंगा जीर्णोद्धार मंत्रालय का गठन किया। साथ ही, 2014 के बजट में 'नमामि गंगे' योजना के तहत गंगा की सफाई तथा अन्य कार्यों के लिए 2,037 करोड़ रूपये का आवंटन किया।
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