Header Ads Widget

New Post

6/recent/ticker-posts
Telegram Join Whatsapp Channel Whatsapp Follow

आप डूुबलिकेट वेबसाइट से बचे दुनिया का एकमात्र वेबसाइट यही है Bharati Bhawan और ये आपको पैसे पेमेंट करने को कभी नहीं बोलते है क्योंकि यहाँ सब के सब सामग्री फ्री में उपलब्ध कराया जाता है धन्यवाद !

Class 10th Political Science V.V. I. Question | Very Very Important Question | Bihar Board Exam

 Political Science (राजनीतिक शास्त्र)

गेस किया हुआ प्रश्न 

कक्षा ~ 10 

 1. सामाजिक विभाजन से आप क्या समझते है ? 

उत्तर :- जन्म, भाषा, जाती तथा धर्म के आधार पर प्रत्येक समाज के लोगों में विभाजन होना स्वाभाविक है | इन आधारों पर जब लोग अलग-अलग समुदायों में बँट जाता है तब उसे हम सामाजिक विभाजन कहते है | दुनिया के तमाम देशों में सामाजिक विभाजनों के आधार अलग-अलग होते है | 

2. भ्रूण ह्त्या क्या है ? क्या कानून इसे रोकने में सफल हुआ है ?

उत्तर :- भ्रूण ह्त्या का तात्पर्य गर्भ में ही कन्या शिशु की गर्भपात द्वारा ह्त्या करना है | आज की वैज्ञानिक तकनीक द्वारा गर्भ काल के दौरान ही पता चल जाता है की गर्भ में पल रहा शिशु कन्या है या बालक | चूँकि अधिकांश लड़की की तुलना में लडके को चाहते है | अतः वे गर्भ में कन्या शिशु की गर्भपात द्वारा ह्त्या करवा देते है | भारत में भ्रूण ह्त्या विरोधी कानून अधिक सफल नहीं हो पाया है | क्योंकि इस कानून का कड़ाई से पालन नहीं हो रहा है | भ्रूण ह्त्या जनता की मान्यताओं व विश्वासों से सम्बंधित है, जिसे आसानी से नहीं बदला जा सकता | भ्रूण हत्या पुरुष-प्रधान समाज की मानसिकता का प्रतिक है |  

3. जाती की परिभाषा करते हुए इसकी विशेषताएँ लिखें | 

उत्तर :- सामाजिक असमानताओं का एक महत्वपूर्ण आधार भारत की जाती-व्यवस्था है | जाती एक अंश तक ही पेशे पर आधारित सामाजिक व्यवस्था है | जाती की सदस्यता पूरी तरह जन्म पर आधारित है | जिन जातियों की पेषाएँ तयशुदा है उसमे आपसी सम्बन्ध प्रगाढ़ रहते है | यह जरुरी नहीं की वे पेशे से साथ है | जन्म सम्बन्ध ही आज जातिगत राजनीति के नींव में है | फलतः सामान जाती के लोग प्रायः सामान सहमति में विश्वास रखते है |  

4. दबाव समूह की परिभाषा दें | 

उत्तर :- दबाव समूह स्थायी तत्वों का समूह होता है | कुछ सामाजिक विभाजनों के आधार पर दबाव समूह बनाने लग जाते है | ये दबाव समूह पेशा , भाषा , जाती , धर्म , क्षेत्र , हित , विचारधारा आदि कुछ के भी हो सकते है | जब किसी सामाजिक विभाजन वाले समूह को राजसत्ता में उचित पहचान अथवा साझेदारी नहीं मिल पाती तो दबाव समूह सत्ता के साझेदारी पर अप्रत्यक्ष रूप से दबाव डालकर सरकारी फैसलों को प्रभावित करने का प्रयास करते है |  

5. चिपको आंदोलन क्यों और कहाँ हुआ ? 

उत्तर :- चिपको आंदोलन की शुरुआत 1970 के दशक के आरम्भ में वर्तमान उत्तराखंड में हुई थी | यह एक पर्यावरण रक्षक आंदोलन है | सुन्दर लाल बहुगुणा इसके प्रणेता है | इसे चिपकू आंदोलन इसीलिए कहा जाता है की इसमें ग्रामीण जनता ने पेड़ों से चिपक कर उन्हें काटने से बचाया था | अतः चिपको आंदोलन पर्यावरण विशेषकर वनों की रक्षा का आंदोलन है | यह भारत के प्रारम्भिक आंदोलन में से एक है | 

6. ताड़ी विरोधी आंदोलन कैसे पनपा ? 

उत्तर :- ताड़ी विरोधी आंदोलन महिलाओं का स्वतः स्फूर्त आंदोलन था | पुरुषों ने ताड़ी का इतना सेवन शुरू कर दिया की घर-परिवार की चिंता नहीं रही | फलतः बाध्य होकर महिलाओं को इसके विरुद्ध आंदोलन करना परा | 

7. क्या शिक्षा का अभाव लोकतंत्र के  लिए चुनौती है ? 

उत्तर :- शिक्षा का अभाव निश्चित तौर पर लोकतंत्र के लिए बड़ी चुनौती है | भारतीय लोकतंत्र ने शीक्षा के मुद्दे को गंभीरता से  लिया है, एवं शिक्षा के क्षेत्र को कई आयोगों के हवाले किया गया | भारतीय संविधान ने 14 वर्ष तक की शिक्षा को अनिवार्य एवं निःशुल्क घोषित कर दिया | शिक्षा ने सर्वशिक्षा अभियान से होते हुए शिक्षा के अधिकार तक की यात्रा तय कर ली है | शिक्षा के व्यापक प्रचार-प्रसार ने आम जनता में जागरूकता उत्पन्न कर दी | जनता अपने मतों को समझने लगे, उसमे रूचि लेने लगी | 

8. सूचना के अधिकार आंदोलन के मुख्य उद्देश्य क्या थे ? 

उत्तर :- सुचना का अधिकार 2005 ई. में लागू हुआ | यह अधिकार नागरिकों को प्रदान किया गया है | इस अधिकार से नागरिक सरकार या उसके कार्यालय से कोई भी सार्वजनिक सूचना प्राप्त कर सकता है |  

9. भारतीय लोकतंत्र के उद्देश्य या है ?

उत्तर :- विश्व के कई देशो में धीरे-धीरे लोकतांत्रिक व्यवस्था की बहाली शुरू की गई है | हाल में आन-सान-सु-ची की रिहाई, मिश्र में तख्ता पलट एवं लीबिया में युद्ध की शुरुआत इसके उद्दाहरण है | आज लोकतंत्र की लोकप्रियता वैश्विक पैमाने पर बढ़ रही है | लोकतंत्र देशों की संख्या बढ़कर लगभग 100 के करीब हो गई है | लोकतंत्र को अन्य सभी शाशन व्यवस्थाओं से अच्छा माना जाता है | 

10. चिपको आंदोलन के मुख्य उद्देश्य क्या है ? 

उत्तर :- उत्तराखंड के दो-तीन गाँवों से प्रारम्भ हुए इस आंदोलन की शुरुआत 'अंगु' के पेड़  काटने के मुद्दे पर हुआ | ग्रामीणों की खेती भूमि में विकास के लिए अंगु वृक्ष काटने की अनुमति को  ने खारिज कर दिया | वहीँ सरकार ने खेल का सामान बनाने वाली कंपनी को अंगु वृक्षों को काटने का ठेका दे दिया | इसी मुद्दे ने 'चिपको आंदोलन' का नाम दिया | 

              इस आंदोलन ने  शोषण से जुड़े अन्य मुद्दों को भी  अपने उद्देश्य में शामिल कर लिया | आंदोलन का उद्देश्य था जल, जंगल और जमीन पर एकमात्र नियंत्रण स्थानीय लोगो का हो | 

Post a Comment

0 Comments