कक्षा 10 भूगोल Class 10th Geography
1. संसाधन विकास और उपयोग
हमारे पर्यावरण में उपलब्ध वास्तु जो हमारी जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रयोग की जा सकती है वह एक संसाधन है | जैसे कोयला, टेबल, कुर्सी, पेट्रोल, गाड़ी इत्यादि |
संसाधनों के प्रकार
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संसाधनों के प्रकार |
- उत्पत्ति के आधार पर :-
- जैव संसाधन :- इन संसाधनों की प्राप्ती जीवो से होती है | जैसे -वनस्पति, पशु इत्यादि |
- अजैव संसाधन :- वे संसाधन जो निर्जीव वस्तुओ से बने है | जैसे - चट्टानें, धातुए
- सामाग्यता के आधार पर :-
- नवीकरणीय :- वे संसाधन जिन्हे भौतिक या रासायनिक प्रक्रियाओं या यंत्रो द्वारा दोबारा बनाया जा सकता है | जैसे- सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा इत्यादि |
- अनवीकरणीय :- इन संसाधनों को बनाने में बहुत लंबा समय लग जाता है, खनिज और जीवाश्म ईंधन इसके उदाहरण है | ये संसाधन एक बार प्रयोग के बाद ही ख़त्म हो जाते है | जैसे- कोयला, पेट्रोल
- स्वामित्व के आधार पर :-
- व्यक्तिगत संसाधन :- ये निजी व्यक्तियों के स्वामित्व में होते है, बहुत से किसानो के पास सरकार द्वारा दी गई भूमि होती है | बदले में वे लगान चुकाते है | शहरों में भूमि, घर एवं अन्य जायदाद के मालिक होते है |
- सामुदायिक स्वामित्व :- ये संसाधन समुदाय के सभी लोगो को उपलब्ध होते है | जैसे- शमशान भूमि, तालाब इत्यादि |
- राष्ट्रीय संसाधन :- ऐसे संसाधन जिस पर देश की सरकार का स्वामित्व होता है | देश की सरकार को अधिकार हे की वह व्यक्तिगत संसाधनों पर अधिग्रहण कर सकती है | जैसे- सारे खनिज, जल संसाधन, वन, रेल इत्यादि |
- अंतराष्ट्रीय संसाधन :- कुछ अंतराष्ट्रीय संस्थाएँ इनका नियंत्रण करि है, तट रेखा से 200 समुद्री मिल की दुरी से परे महासागरीय संसाधनों पर किसी देश का अधिकार नहीं |
- विकास के स्तर के आधार पर :-
- संभावी संसाधन :- वे संसाधन जो किसी प्रदेश में विद्धमान तो होते है, पर इनका उपयोग नहीं किया गया है | जैसे- भारत के पश्चिम भाग राजस्थान और गुजरात में सौर ऊर्जा एवं पवन ऊर्जा संसाधनों की बहुत संभावना है पर उनका सही में उपयोग नहीं हुआ है |
- विकसित संसाधन :- वे संसाधन जिनका सर्वेक्षण किया जा चूका है और उनके उपयोग की मात्रा निर्धारित की जा चुकी है |
- भण्डार :- पर्यावरण में उपलब्ध वे पदार्थ जो मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति कर सकते है, लेकिन प्रौद्दोगिकी के अभाव में ये पहुँच से बाहर है | उदाहरण- जल दो ज्वलनशील गैसों का यौगिक है, यह ऊर्जा का मुख्य स्रोत बन सकता है, पर ऐसा करने के लिए हमारे पास तकनीकी ज्ञान नहीं है |
- संचित कोष :- यह भण्डार का ही हिस्सा है, तकनीक द्वारा इन्हे प्रयोग में लाया है, परन्तु इनका उपयोग अभी शुरू नहीं हुआ | इनका उपयोग भविष्य में आवश्यकता पूरी करने के लिए हो सकता है | इसीलिए इसे भविष्य के लिए बचा कर रखा गया है |
- संसाधनों का विकास :- मानव ने संसाधनो का अंधाधुंध उपयोग किया, जिससे निम्नलिखित समस्याएँ पैदा हुई
- कुछ व्यक्तियों की लालच से संसाधनों का ह्रास
- कुछ लोगो के हाथ में संसाधन आए और कुछ लोगो को नहीं मिले, जिससे समाज अमीरी और गरीबी में बँट गया |
- संसाधनों को शोषण से ओजोन में छेद और प्रदुषण हो रहा है |
संसाधन नियोजन
- संसाधनों की पहचान करनी होगी, लिस्ट बनाना, एवं मानचित्र बनाना होगा |
- संसाधन विकास योजनाएँ लागू करने के लिए technology तैयार करना |
- संसाधन विकास योजना और राष्ट्रीय विकास योजना में तालमेल |
- औपनिवेशिक इतिहास हमें बताता है की संसाधन सम्पंन देश विदेशी आक्रमणकारियों के मुख्य आकर्षण रहे है |
- बेहतर technology के कारण उन्होंने संसाधनों का शोषण किया |
- संसाधन तभी किसी देश का विकास कर सकते है, जब देश में टेक्नोलॉजी होगी |
- संसाधनों का संरक्षण :- संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग से समस्याएँ पैदा हो सकती है | जैसे- पर्यावरण, आर्थिक समस्या |
- भूसंसाधन :- हम भूमि पर रहते है, और आर्थिक रूप से भी इसका उपयोग करते है इसीलिए भूमि एवं महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है |
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