1. उद्यमी-अर्थ, अवधारणा एवं स्वरूप
परिचय (Introduction) :- आधुनिक युग और दोगी की योग्य है| व्यापक व संपूर्ण औद्योगिक कारण के बिना कोई देश की उन्नति नहीं हो
सकती है| संपूर्ण विश्व में जनसंख्या आवाज गति से निरंतर
बढ़ रही है और भारत में तो स्थिति और भी खराब है| यह नित्य दिन आबादी से
उत्पन्न बेरोजगारी की समस्या निकट होती जा रही है| इस समस्या का केवल एक ही हल
है| देश की संपूर्ण औद्योगिक करण इस प्रकार सरकार पूरे
देश में हर हिस्से में उद्योग को जाल बिछाना चाहती है| जिससे गांव में गांव के बेरोजगारी को दूर किया जा सके| आम जनता को लाभ मिल सके और देश की प्रगति हो सके |
प्रोफेसर मार्शल के शब्दों
में, "उदमी उद्योग का कप्तान होता है क्योंकि वह जोखिम
एवं निश्चितता का केवल वाहक ही नहीं होता अपितु एक प्रबंधक भविष्यदृष्टा नवीनतम
उत्पादन विधियों का अविष्कार तथा किसी देश के आर्थिक ढांचे का निर्माता भी होता है
|"
1. उद्यमी क्या है?
उत्तर :- बुधनी उस व्यक्ति अथवा विभिन्न व्यक्तियों के समूह को कहा जाता है जो
किसी व्यवसाय को कल्पना करते हैं|
उसकी स्थापना के लिए
विभिन्न संसाधनों को जुटाने हैं तथा उस व्यवसाय का संचालन की जोखिम को उठाते हुए
उसक प्रबंध समन्वय नियंत्रण करते हैं|
उद्यमी का अर्थ :- उद्यमी मृतक अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा संचालन करता है जो वर्षों से
घोट पर चल रही उद्योग को पुनः स्थापना करता है| उस में नवाचार नियोजन तथा
कुशल प्रबंध का संचार करता है और अंततः लाभप्रद इकाई में परिवर्तित करता है|
* मार्शल के शब्दों में, "उधमी उद्योग का कप्तान है क्योंकि वह जोखिम एवं अनिश्चितता का केवल
वाहक नहीं होता वरन एक प्रबंधक भविष्य दृष्टा नई उत्पादक विधियों का अविष्कारक एवं
किसी देश के आर्थिक ढांचे का निर्माण अविष्कारक भी होता है|
"
उद्यमी की विशेषताएं
1. जोखिम वाहनकर्ता :- उधमी व्यक्ति सदैव जोखिम में ही जीना पसंद करता है परंतु इसके लिए नए
जोखिम सदैव सुविचार इत होते हैं|
2. व्यक्ति और व्यक्तियों का
समूह :- लघु एवं छोटे व्यवसायों में
एक व्यक्ति ही उद्यमी कहलाता है|
जबकि बड़े-बड़े निगमों एवं
कंपनियों में केवल एक व्यक्ति इस भूमिका को नहीं निर्वाह करता है| ऐसे व्यवसायों में कुछ सामान विचार वाले व्यक्तियों का समूह धनी की
भूमिका निभाता है|
3. नवीन उपक्रम की स्थापना
:- उत्पादन एवं वितरण का कार्य
विकासशील राष्ट्रों में अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है| क्योंकि यहां उत्पादन सीमित
होता है उद्यमी नए उपकरणों की स्थापना भी करता है|
4. साधन प्रदान करने वाला :- विकसित राष्ट्रों में उत्पत्ति के साधनों का एकीकरण की स्थापना के
लिए सभी आवश्यक साधनों का व्यवसाय करता है तथा आवश्यक सूचनाएं एवं तकनीकी का
उपलब्ध कराता है|
5. कार्य के लक्ष्य एवं
संतुष्टि :- बुधनी के लिए उनका कार्य ही
अपने आप में लक्ष्य एवं संतुष्टि का बड़ा स्रोत होता है| इसीलिए कहा जाता है उन्हीं के लिए कार्ड्स नहीं उसकी प्रेरणा एवं
पूंजी होता है|
6. अवसरों का विदोहन :- उद्यमी के अंदर सदैव एक सृजनात्मक और संतोष छिपा रहता है जो नए नए
व्यावसायिक अवसरों का खोज करता रहता है इस कारण विदोहन करके लाभ अर्जित करता है|
2. उद्दमी के गुणों पर लेख लिखें?
उत्तर :-
(i) उद्दमी सुविचार इस जोखिम उठाता है|
(ii) कठोर परिश्रम तथा सतत
प्रयत्नशील रहता है|
(iii) सदैव लाभ का इच्छुक रहता है
तथा कमाए लाभ में संतुष्ट लेकर नहीं बैठ जाता है|
(iv) चुनौतीपूर्ण कार्य को हाथ
में लेकर संतुष्ट होता है तथा प्रसन्नता अनुभव करता है|
(v) सदैव नई चीज खोज करने का
इच्छुक रहता है और हीन भावना को देश से मुक्त रहता है|
(vi) शक्ति से पूर्ण तथा तथा नई
खोज के वह बदलाव को पहचानने वाला होता है|
(vii) परिस्थितियों के अनुसार
अपने आप को ढाल लेता है|
(viii) नई पद्धति की चलन में
विश्वास रखता है|
(ix) वह एक अच्छा विक्रेता होता
है तथा भली भांति जानता है कि किस प्रकार मित्रों को जीता जा सकता है तथा लोगों को
प्रभाव डाला जाता है|
(x) कठिन परिस्थितियों का
मुकाबला करना अग्रसर होना भली भांति जानता है|
3. क्या उद्यमी जन्मजात होते हैं? अपने विचार दीजिए|
4. उद्यमिता क्या है?
उत्तर :-
उधमिता एक कौशल दृष्टिकोण चिंतन तकनीक कार्यपद्धती है| आर्थिक व्यवसाय एवं उद्योग में निहित भी विभिन्न संस्थाओं एवं जोखिम
उठाने की योग्यता एवं प्रवृत्ति से होता है जो व्यक्ति जोखिम सहन करता है| उसको साहसी अथवा उदमी कहते हैं|
5. उद्यमिता की दो विशेषताएं की
व्याख्या कीजिए |
उत्तर :- (i) नवप्रवर्तन :- नव प्रवर्तक कारी कार्य उधमिता है, नवीन संसाधनों, नवीन उत्पादक, नवीन तकनीक, नवीन उपयोगिता का सृजन नवीन
प्रबंधकीय कौशल आदि नवप्रवर्तन के अधीन आते हैं| उधमिता की मूल प्रकृति
नवप्रवर्तन है| नवप्रवर्तन का विशेष उपकरण है नवप्रवर्तन अथवा
नवका प्रकरण सुनियोजित सुव्यवस्थित एवं सकारात्मक ढंग से किया जाता है|
(ii) जोकि वहन करना :- उधमिता का मूल तत्व और नेताओं एवं जोखिमों को वहन करने की भावना एवं
क्षमता है| उद्यमी जोखिम उठाने वाला व्यक्ति होता है ना कि
जोखिम से बचने वाला|
6. उद्यमिता की परिभाषा लिखिए|
उत्तर :- उधमिता एक गतिशील प्रक्रिया है जिसमें कोई व्यक्ति अथवा व्यक्तियों
का समूह किसी नवीन लाभप्रद व्यवसाय की इकाई की स्थापना करता है एवं उसका विकास
करता है| वह नवाचार जोखिम उठाकर निर्णय तथा चुनौतियों को
स्वीकार करके उसका संगठन प्रबंध एवं संचालन करता है|
7. उद्यमिता एवं उद्यमी के बीच
अंतर दीजिए|
उत्तर :-
उद्यमिता |
उद्यमी |
उधमिता एक गतिशील प्रक्रिया है|
जिसमें कोई व्यक्ति अथवा व्यक्तियों का समूह किसी नवीन लाभप्रद व्यावसायिक
इकाइयों की स्थापना करता है एवं इसका विकास करता है| वह नवाचार जोखिम उठाकर
निर्धारण तथा चुनौतियों को स्वीकार करके उसका संगठन प्रबंध एवं संचालन कर्ता है| |
उद्यमी एक आर्थिक मनुष्य है जो
अपने लाभ को अधिकतम करने का प्रयत्न करता है| समस्याओं को हल करने में उद्यमी को
आत्म संतुष्टि मिलती है जो समस्याओं का अपनी योग्यता से निदान करता है| |
8. उधमिता की अवधारणा पर एक लेख लिखें|
उत्तर :-
उधमिता पिछड़े तथा
अविकसित क्षेत्रों में जहां अनुकूल औद्योगिक वातावरण ना हो ऐसे स्थानों पर किसी नए
एवं अनुभवहीन व्यक्तियों द्वारा उद्योग धंधे स्थापित करने या किसी अन्य नवीन
उद्योग व्यवसाय को प्रारंभ करने का साहस का उपकरण करने को उधमिता अथवा उद्यमशीलता
कहते हैं| इस कार्य के सतह प्रेरणा नेतृत्व या अगर नीत खुद में साहस धर्म एवं जोखिम
उठाने की क्षमता का आवश्यकता होती है| यह वास्तव में किसी औद्योगिक क्षेत्र अथवा
औद्योगिक साला के लिए एक अति आवश्यक कार्य क्रियाकलाप है| उद्यमशीलता केवल वस्तु का
उत्पादन करने या उत्पाद तैयार करने तक ही सीमित नहीं होती वरन इसके अंतर्गत वस्तु
का विक्रय व्यापार एवं बाजार का रूप एवं सेवा इत्यादि भी शामिल होती है|
9. उद्यमी कौन होता है?
उत्तर :-
उद्यमी उस व्यक्ति
अथवा विभिन्न व्यक्तियों के समूह को कहा जाता है जो किसी व्यवसाय को कल्पना करते
हैं| उसकी स्थापना के लिए विभिन्न संसाधनों को जुटाने हैं तथा उस व्यवसाय का संचालन
की जोखिम को उठाते हुए उसका प्रबंध करते हैं|
10. उद्यमी की परिभाषा दें |
उत्तर :- उद्यमी की विभिन्न अवधारणाएं हैं जिनका विकास समय एवं परिस्थितियों के अनुसार होता है| वर्तमान अवधारणा के अनुसार उद्यमी दिल्ली दूरदृष्टि जोखिम उठाने वाला उद्योग का कप्तान संगठन एवं समन्वय करता नवप्रवर्तन क्रियात्मक एवं पेशेवर व्यक्ति है|
Hello My Dear, ये पोस्ट आपको कैसा लगा कृपया अवश्य बताइए और साथ में आपको क्या चाहिए वो बताइए ताकि मैं आपके लिए कुछ कर सकूँ धन्यवाद |